Move to Jagran APP

बीमारी से आजिज युवक ने फांसी लगा खत्म की जिदगी

जागरण संवाददाता बांदा गिरवां थाना क्षेत्र के रागौल गांव में कैंसर पीड़ित युवक ने फांसी लग

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 04:29 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 04:29 PM (IST)
बीमारी से आजिज युवक ने फांसी लगा खत्म की जिदगी
बीमारी से आजिज युवक ने फांसी लगा खत्म की जिदगी

जागरण संवाददाता, बांदा : गिरवां थाना क्षेत्र के रागौल गांव में कैंसर पीड़ित युवक ने फांसी लगा जीवनलीला समाप्त कर ली। मंगलवार शाम खेत जाने की बात कहकर निकला युवक जब काफी देर तक नहीं लौटा तो तलाश में उसकी पत्नी और मामा निकले तो खेत के पास पेड़ से लटका शव मिला।

loksabha election banner

ग्राम रागौल निवासी 35 वर्षीय लक्ष्मी प्रसाद कोटार्य मंगलवार शाम घर से निकला था। काफी देर तक नहीं लौटने पर उसकी पत्नी शोभा और मामा कल्लू उसकी तलाश में निकले। खेत की तरफ जाने पर पेड़ से लटका उसका शव देखा तो सन्न रह गए। पति का शव देखते ही शोभा पछाड़ खाकर गिर गई। शोर सुन ग्रामीण व अन्य स्वजन पहुंच गए, जिसके बाद कोहराम मच गया।

तीन साल से था परेशान, उठा लिया आत्मघाती कदम

भाई सुशील ने बताया कि करीब तीन वर्ष से वर्ष से वह कैंसर से पीड़ित था। ग्वालियर में उसका उपचार चल रहा था। आठ माह पहले उसका पैर भी काटना पड़ा था। इसके बाद भी उसे तकलीफ से निजात नहीं मिली थी। दर्द से अक्सर परेशान रहता था। इसी के चलते उसने यह कदम उठाया।

-----------

मुझे मर जाना है, फालतू पैसा न बर्बाद करो

- बीमारी से परेशान लक्ष्मी मौत के गले लगाने के एक घंटे पहले काफी निराश था। मजदूर परिवार होने से बीमारी के खर्च का बोझ पड़ा तो आर्थिक संकट की स्थिति बन गई थी। घर से खेत जाते समय उसने आखिरी बार स्वजनों से यही कहा था कि मुझे मर जाना है, फालतू पैसा न बर्बाद करो। इसके बाद वह लाठी के सहारे किसी तरह खेत तक पहुंचा था। वह काफी देर तक जब वापस घर नहीं आया तो स्वजनों को उसकी चिता हुई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.