सूख रही फसल, पानी न पहुंचने से बेहाल किसान
संवाद सहयोगी बबेरू करोड़ों रुपये की लागत से बना समगरा पंप कैनाल अब किसानों की जरूरत पर
संवाद सहयोगी, बबेरू : करोड़ों रुपये की लागत से बना समगरा पंप कैनाल अब किसानों की जरूरत पर खरा नहीं उतर पा रहा है। पंप कैनाल को पूरी क्षमता से न चलाने के कारण कई गांव की सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल सूख रही है। किसानों ने नहर में पानी न चलाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
किसानों की खुशहाली के लिए सरकार ने औगासी समगरा पंप कैनाल पर करोड़ो रुपये खर्च कर सिचाई की व्यवस्था की थी। अधिकारियों की उपेक्षा के चलते पंप कैनाल पूरी क्षमता से नही चल पा रहा है। इससे किसान सिचाई को लेकर परेशान है। धान की फसल के बाद किसानों ने गेंहू की बुआई की लेकिन सिगवाडेरा, अरवारी, मटेहना और चरका तक की नहर में धूल उड़ रही है। किसान मायूसी में इधर-उधर भटक रहा है। लहलहा रही गेंहू की फसल मुरझा रही है। सिचाई के अभाव में फसल बर्बाद हो रही हैं। मटेहना प्रधान सोहन सिंह, वीरेंद्र कुमार, रामू, सुलखी राजपूत, रामभवन, मदन आदि किसानों ने बताया कि पानी न मिलने से क्षेत्र की लगभग चार हजार हेक्टेअर में गेंहू की फसल सूख रही हैं। यदि जल्द पानी नही मिला तो यहां किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच जायेगा। बताया कि समगरा में मात्र इस समय तीन में एक ही पंप चाल रहा हैं। किसानों ने चेतावनी दी कि समय रहते पानी नहीं मिला तो यहां का किसान चुप नही बैठेगा। सड़क में उतरकर आंदोलन को बाध्य होगा। किसान वीरेंद्र कुमार ने बताया कि निजी टयूबवेलों में बिजली कटौती व लो वोल्टेज के कारण किसान सिचाई नहीं कर पा रहा है। जनप्रतिनिधि व अधिकारी अनजान बने हैं।