बिना चिकित्सक शुरू हुई डायलिसिस यूनिट, डीएम ने लगाई फटकार
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जागरण संवाददाता, बांदा : बिना चिकित्सक के तैनाती किए डायलिसिस सेंटर शुरू कराने को लेकर डीएम ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। सीएमएस व वहां मौजूद स्टाफ को फटकार लगाई। डायलिसिस के संचालन कराने वाली कंपनी के सीइओ से भी इस बात को लेकर कहासुनी हुई। डीएम ने सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला अस्पताल परिसर में डायलिसिस यूनिट एक माह से ज्यादा समय से बिजली की समस्या को लेकर बंद चल रही थी। ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति शुरू होने पर बुधवार को यूनिट को दोबारा शुरू कराया गया। पहले दिन डायलिसिस के पंजीकृत 27 मरीजों में आठ को चयनित किया गया। अस्पताल प्रशासन के सूचना देने पर डीएम हीरालाल यूनिट को देखने सुबह पहुंच गए। वहां मौजूद स्टाफ प्रशिक्षित है यह अप्रशिक्षित है पूछताछ किया। यूनिट का संचालन कार्य देखने वाली बनारस की कंपनी हेरीटेज के सीइओ ब्रिगेडियर आरबी सिंह से बिना चिकित्सक नियुक्त किए डायलिसिस शुरू कराने को लेकर डीएम ने खासी नाराजगी जाहिर की। सीएमएस डा. किशोरी लाल को फटकारते हुए जवाब देने को कहा। जिसमें सीएमएस ने बताया कि मरीजों को उपचार के लिए परेशान न होना पड़े। यूनिट को शुरू कराया गया है। कंपनी की ओर से जब तक चिकित्सक की व्यवस्था नहीं की जाती तब तक के लिए अस्पताल के चिकित्सक ह्देश सिंह पटेल को लगाया गया है। जिससे डीएम सहमत नहीं हुए। उनका इस संबंध में कहना था कि डायलिसिस यूनिट शुरू होना जनपद के लिए अच्छी बात है पर मरीजों की जान को खतरा न हो स्थाई चिकित्सक का मौजूद होना अनिवार्य है। इन खामियों को लेकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सीएमएस से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। साथी ही मिशन निदेशक को भी इस बारे में लिखा है।