युवाओं को कौशल व दक्ष बनाने से ही विकास संभव
जागरण संवाददाता, बांदा : कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा.यूएस गौतम ने कहा कि गा
जागरण संवाददाता, बांदा : कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा.यूएस गौतम ने कहा कि गांव का विकास युवाओं को कौशल व दक्ष बनाने से ही संभव है। बुंदेलखंड परिक्षेत्र में इसका महत्व और बढ़ जाताहै। यहां युवा रोजगार के लिए पलायन करता है। वह मंगलवार को शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर कहीं।सुपारी एवं मसाला विकास निदेशालय, कालीकट (केरल) के द्वारा प्रयोजित परियजना के माध्यम से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को शुरू किया गया। इस मौके कुलपति डा.गौतम ने कहा कि बुंदेलखंड ही नहीं बल्कि देश के युवाओं को कृषि एवं कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में दक्ष बनाकर रोजगार मुहैया कराया जा सता है। देश में श्रम बहुत ही सस्ता है। इससे विदेशों में भारतीय श्रम व सेवा की ज्यादा मांग है। परियोजना के मुख्य अन्वेशक डा.भानु प्रकाश मिश्रा ने इस परियोजना व प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण में मसाला वर्गीय फसलों के बीज तैयार करने, प्रथम पंक्ति प्रदर्शन कराना, मानव संसाधन का विकास करना, जिला स्तरीय प्रशिक्षण कराना, कार्यशाला कराना प्रमुख हैं। माली व वर्मी कंपोस्ट उत्पादकों का 200 घंटों का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसमें बांदा, महोबा, हमीरपुर व चित्रकूट के प्रशिक्षणार्थी शामिल होंगे। मुख्य प्रशिक्षक केएस तोमर ने बताया कि माली को बागवानी प्रबंधन के साथ लान के रख-रखाव तथा आधुनिक मशीनों को लान में व बगीचों में उपयोग के बारे में बताया जाएगा। प्रसार निदेशक डा.एनके वाजपेयी ने कहा कि प्रशिक्षित माली से बुंदेलखंड के देशी पौधों को विशेष पहचान मिलेगी। इस मौके पर डीसी एनआरएलम केकेपांडेय, प्रोफेसर डा.एसबी द्विवेदी, डा.जीएस पवार, मुकुल कुमार, डा.संजीव कुमार, डा.नरेंद्र ¨सह, डा.जेएन पाठक, डा.वीके ¨सह व डा.बीके गुप्ता आदि मौजूद रहे।