किसानों पर विद्युत विभाग की मार, 1655 नलकूप के कनेक्शन काटे
जागरण संवाददाता बांदा सूखे से जूझ रहे बुंदेलखंड में किसानों की हालत किसी से छिपी नहीं
जागरण संवाददाता, बांदा : सूखे से जूझ रहे बुंदेलखंड में किसानों की हालत किसी से छिपी नहीं। एक ओर जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अमला उनके साथ खड़ा है। राहत देने को कर्ज माफी के साथ ही लघु एवं सीमांत किसानों के खाते में छह हजार रुपये वार्षिक देने की योजनाएं चलाई जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर जिले के किसानों के नलकूपों का बकाया होने पर उनके कनेक्शन काटे जा रहे है। ऐन सिंचाई के वक्त बिजली विभाग की इस कार्रवाई से किसान परेशान है। उसका कहना है कि बिल जमा करना तो किसानों की जिम्मेदारी है और करेंगे भी लेकिन विभाग को भी फसल कटने तक का इंतजार करना चाहिए। किसानों की आय का एक मात्र साधन खेती ही होती है। अगर वह भी सूख गई तो वह कहीं का नहीं रहेगा।
----------------------
एक माह में काटे 1655 कनेक्शन
विभागीय आंकड़ों की माने तो पिछले एक माह के दौरान बकायेदार करीब 16 सौ 55 किसानों के निजी नलकूप कनेक्शन विद्युत विभाग ने काट दिए हैं। इतना ही नहीं तीन सैकड़ा किसानों को आरसी भी जारी की गई है। गर्मी के इस मौसम में विभाग की इस कार्रवाई से किसानों में हाहाकार मचा है। किसानों की हजारों बीघा गेहूं की फसल सूख रही है। परेशान किसान अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
----------------------
प्राइवेट पर कार्रवाई सरकारी को छूट
एक ओर बिजली विभाग जहां कार्रवाई को उपलब्धि बता रहा है वहीं किसानों का आरोप है कि उनके साथ दोहरी नीति का पालन किया गया। निजी नलकूपों पर 20 करोड़ का बकाया होने पर कनेक्शन काटे गए। मगर 588 सरकारी नलकूपों पर 27 करोड़ से अधिक बकाया होने बाद किसी पर कार्रवाई नहीं की गई।
---------------------
287 किसानों पर धारा 5 की कार्रवाई
विद्युत विभाग ने 287 किसानों पर धारा 5 की कार्रवाई कर दी है। इसकी वसूली जिलाधिकारी के माध्यम से अमीन करते हैं। इस प्रकार की वसूली में बकाया के साथ 10 फीसद चार्ज और जोड़ दिया जाता है। इस प्रकार की वसूली में अमीन बकायेदार को पकड़कर तहसील में बंद भी कर सकते हैं। चुनाव के दौरान विभाग की इस कार्रवाई से किसानों में खलबली मची है।
----------------------
किसानों के साथ अपना रहे दोहरा मापदंड
प्रगतिशील किसान प्रेम सिंह का कहना है कि सरकार जहां एक ओर किसानों के खातों में दो हजार की धनराशि भेजकर हितैषी होने का ढिढोंरा पीट रही है। वहीं उसकी परोसी हुई थाली सामने से छीनने का काम किया जा रहा है। नहरों में पानी नहीं है, जिससे हजारों बीघे भूमि परती पड़ी है।नलकूपों से गेहूं की फसल की सिचाई कर किसी तरह किसान अपने परिवारों के लिए भरण-पोषण की व्यवस्था कर रहे हैं। विभाग की इस कार्रवाई से किसानों को ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय क्षति भी हो रही है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से इसका संज्ञान लेने की अपील की है।
-----
सब डिवीजनवार की काटे गए कनेक्शन
बबेरू 915
अतर्रा 462
पैलानी 278
योग- 1655
-----------------------
जिले में कुल नलकूप व बकाया
सरकारी - 588
बकाया - 27 करोड़ 23 लाख
निजी नलकूप- 8737
बकाया - 20 करोड़
---------------------