ट्रकों से रौंदी जा रही फसलें, किसानों ने रोका रास्ता
संवाद सहयोगी, नरैनी : केन नदी की लहुरेटा खदान में किसानों की जमीन से जबरिया ट्रक निकालने
संवाद सहयोगी, नरैनी : केन नदी की लहुरेटा खदान में किसानों की जमीन से जबरिया ट्रक निकालने व मजदूरों को रोजगार न मिलने की बात को लेकर किसानों ने लहुरेटा खदान के मार्ग को गड्ढा खोद कर जाम कर दिया। इससे ट्रकों का आवागमन बंद हो गया। फसलों के मुआवजा के लिए आंदोलन का निर्णय लिया।
मंगलवार को केन नदी की लहुरेटा खदान में गांव के किसानों ने लहुरेटा खदान मार्ग के बीच रास्ते में गड्ढा खोदकर मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। इससे ट्रकों का आवागमन बंद हो गया। किसानों का कहना है कि केन नदी की लहुरेटा खदान में खुलेआम आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बालू माफिया दिन-रात पोकलैंड मशीनों से नदी का सीना छलनी कर रहे हैं। बालू से भरे ओवरलोडेड ट्रक सड़कों में फर्राटा भर रहे हैं। प्रशासन का कोई भय नहीं रह गया है। नरैनी तहसील में केन नदी के लहुरेटा खदान में शासन द्वारा बालू का पट्टा है। शासन के निर्धारित एनजीटी द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप मानक से हटकर खनन माफिया रात में पोकलैंड मशीनों से नदी की जल धारा के बीच से बालू निकाल रहे हैं। जिस स्थान पर पट्टा निर्गत हुआ है वहां से बालू न निकाल कर दूसरी जगह से भी बालू निकाल रहे हैं। यह खेल कई दिनों से चल रहा है। शाम ढलते ही बालू से भरे ओवरलोडेड ट्रकों का निकलना शुरू हो जाता है। इससे सड़कें भी ध्वस्त हो रही हैं। प्रशासन कुछ नहीं कर रहा चुप्पी साधे बैठा हुआ है।खदान में मजदूरों से काम न करवाकर मशीनों से बालू निकलवाई जा रही है। हमारी जमीनों से बालू से भरे ट्रक गुजर रहे हैं। फसल नष्ट हो चुकी है। इसके एवज में कुछ भी नहीं मिल रहा। किसानों ने प्रशासन से रोजगार के साथ जमीनों में नष्ट हो रही फसल का मुआवजा मांगा। खैराती, बेटवा, मुनीर, रज्जाक, बाले, नत्थू आदि किसान मौजूद रहे।