रोडवेज की औसत कमाई में पिछड़ गया चित्रकूटधाम मंडल
जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूटधाम मंडल में परिवहन निगम की 396 नई व पुरानी बसों का बेड़
जागरण संवाददाता, बांदा : चित्रकूटधाम मंडल में परिवहन निगम की 396 नई व पुरानी बसों का बेड़ा है। लेकिन माह की औसत कमाई में चारों जिले पिछड़ गए। जुलाई माह में इन्हें विभिन्न सड़कों पर 41.81 लाख किलोमीटर दौड़ाकर 13.64 करोड़ रुपये कमाई करने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन इसके सापेक्ष बसें 12.41 करोड़ रुपये ही जुटा पाईं। इसमें भी 21.16 लाख रुपये का डीजल फूंक दिया गया। मेंटीनेंस और वेतन में जो धनराशि खर्च हुई वह अलग। ऐसे में यहां अठन्नी की आमदनी खर्चा रुपया वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। परिवहन निगम घाटे में चल रहा है या फायदे में नहीं है।
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रोडवेज बसों की कमाई
मंडल में 396 बसों मे से रोजाना प्रति बस की दर से 11112 रुपये की कमाई हो रही है। बांदा में 126 बसों के बेड़े में जुलाई माह में 13.28 करोड़ रुपये लक्ष्य के सापेक्ष महज 4.34 करोड़ रुपये जुटाए। महोबा में 113 बसों के बेड़े ने 3.89 करोड़ के सापेक्ष 3.54 करोड़, राठ डिपो में 93 बसों में 3.20 करोड़ के सापेक्ष महज 2.91 करोड़ रुपये और हमीरपुर डिपो में 64 बसों के बेड़े ने 2.20 करोड़ रुपये लक्ष्य के सापेक्ष दो करोड़ रुपये कमाए।
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धुएं में उड़े 21.16 करोड़
रोडवेज बसों से कमाई भले ही कम हुई हो, लेकिन डीजल फूंकने में पीछे नहीं है। बांदा, हमीरपुर,महोबा, राठ,हमीरपुर डिपो में 396 बसों ने हर माह करीब 21.16 लाख रुपये का डीजल खर्च किया। जो प्रति जिले के दर से 5.29 लाख रुपये है। यहां तक कि 60 बसें जो कबाड़ हैं। रोड में चलने लायक नहीं है। उनमें भी हजारों रुपये का डीजल फुंक गया।
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41.81 लाख किलोमीटर भरा फर्राटा
परिवहन निगम के आंकड़ों की माने तो पिछले जुलाई माह में मंडल में बांदा डिपो की 126 बसों ने 13.28 किलोमीटर, महोबा डिपो की 113 बसों ने 12.19, राठ डिपो की 93 बसों ने 9.51 और हमीरपुर की 64 बसों ने 6.82 किलोमीटर का सफर तय किया। रोडवेज बस स्टैंड के वर्कशाप में खड़ी कंडम बसों को भी अधिकारियों ने रिपोर्ट में फर्राटे भरवाया।
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लो फैक्टर में भी नीचे
मंडल की रोडवेज बसें लो फैक्टर में भी काफी पीछे हैं। बांदा में 66 फीसदी, महोबा में 63 फीसद, राठ में 64 फीसद, हमीरपुर डिपो में 63 फीसद जुलाई माह में लो फैक्टर रहा। विभाग के पास चारों जिलों में तो 396 बसें हैं। लेकिन वास्तविकता में सड़कों पर 336 बसें ही दौड़ लगा रही हैं। ऐसे में लोफैक्टर गिरना स्वाभाविक है।
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बोले क्षेत्रीय प्रबंधक
-जुलाई माह में तय किए आय के लक्ष्य को आगे के महीनों में भी फालो किया जाएगा। सभी आरएम को इन्हीं लक्ष्यों के सापेक्ष आय अर्जित करने को कहा गया है। लापरवाही बरतने पर राठ डिपो के आरएम की तरह अन्य अधिकारियों को भी दंडित किया जाएगा।
-संजीव अग्रवाल, क्षेत्रीय प्रबंधक, चित्रकूटधाम मंडल