कोटेदार के खिलाफ फूटा कार्डधारकों का गुस्सा
की गई। निश्शुल्क खाद्यान का पूरा पैसा लिया जाता है। विरोध करने पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। एसडीएम रामकुमार ने कहा कि कोटेदार धर्मेंद्र सिंह दो माह के चिकित्सीय अवकाश पर है। कोटा घूरी गांव में संबद्ध है। जांच के लिए नायब तहसीलदार राजेश यादव को लगा दिया गया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
संवाद सहयोगी, पैलानी : तहसील क्षेत्र के लसड़ा गांव में कोटेदार के खिलाफ कार्डधारकों का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा। तहसील परिसर में विरोध प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। पूर्ति निरीक्षक से साठगांठ कर गरीबों का राशन हड़पने का आरोप लगाया। कोटेदार के खिलाफ जांच कर उसका अनुबंध पत्र खारिज करने की मांग की।
शुक्रवार को तहसील पहुंचे राशनकार्ड धारक लखना, महेश, बिदा सिंह, ब्रजविलास सिंह, जयकरन, महेश साहू, अवधेश सिंह, शैलेंद्र सिंह, गुड्डू सिंह आदि ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा कि लसड़ा गांव का कोटा धर्मेंद्र सिंह के नाम आवंटित है। कोटेदार राशन वितरण में घोर धांधली करता है। मामले की शिकायत पूर्व में तहसील समाधान दिवस व जनसुनवाई पोर्टल में दर्ज कराई। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। विभागीय अधिकारी की सांठगांठ के चलते कोटेदार मनमानी कर रहा है। दो माह से पात्र गृहस्थी व प्रधानमंत्री कल्याण योजना के तहत वितरण होने वाले राशन का वितरण नहीं किया। माह मई से जुलाई तक तीन बार के वितरण में प्रत्येक कार्ड पर एक किलो खाद्यान्न व 100 ग्राम प्रति कार्ड चने की कटौती की गई। निश्शुल्क खाद्यान का पूरा पैसा लिया जाता है। विरोध करने पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। एसडीएम रामकुमार ने कार्डधारकों को समझाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। कहा कि कोटेदार धर्मेंद्र सिंह दो माह के चिकित्सीय अवकाश पर हैं। कोटा घूरी गांव में संबद्ध है। जांच के लिए नायब तहसीलदार राजेश यादव को लगा दिया गया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।