ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण के लिए चलेगा अभियान
जागरण संवाददाता, बांदा : अत्यधिक जल दोहन और बारिश के जल को संरक्षित न करने से हुए पेयजल संकट
जागरण संवाददाता, बांदा : अत्यधिक जल दोहन और बारिश के जल को संरक्षित न करने से हुए पेयजल संकट को दूर करने जलगुरु महेंद्र मोदी आगे आए हैं। लखनऊ में ग्राम प्रधान व सचिवों को भूजल रिचार्ज करने का प्रशिक्षण देने के बाद अब वे बुंदेलखंड में 28 नवंबर को विशेष अभियान चलाएंगे।
अक्टूबर में कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बांदा में हुई कार्यशाला में जलगुरु महेंद्र मोदी (पुलिस महानिदेशक, विशेष जांच) ने बुंदेलखंड में गिरते भूजल स्तर पर ¨चता जताई थी। उन्होंने ग्राम प्रधानों, सचिवों, तकनीकी सहायकों व रोजगार सेवकों को कुएं, तालाब व हैंडपंप आदि को रिचार्ज कर जल संरक्षण से संबंधित आसान तरीके बताए थे। साथ ही 27 अक्टूबर को जनपद से प्रत्येक ग्राम पंचायत से ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक, सहायक व अवर अभियंता, लघु ¨सचाई को लखनऊ स्थित विकास भवन सभागार में बुलाया था, जहां उन्होंने उन्हें जल संरक्षण प्रशिक्षण के बाद जल संचयन के कार्यस्थलों का भ्रमण कराया था। इसी कड़ी में बुंदेलखंड के सभी जिलों में 28 को गांवों में श्रमदान कर जल संरक्षण अभियान चलाया जाएगा। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा इसी कड़ी में मंगलवार को बड़ोखर खुर्द व जसपुरा ब्लाक में प्रधान, सचिव, पूर्व प्रधान, दो-दो नागरिकों को जल संरक्षण के तरीके बताए गए। वहीं विकास खंड मुख्यालयों पर श्रमदान से तालाब खोदाई, कुएं व हैंडपंपों के पास ट्रेंच बनाए गए।
26 को निकलेगी रैली, 27 को बैठक
जिला विकास अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि अभियान से पहले 26 को विद्यालयों में गोष्ठी व रैली होगी। 27 को ग्राम पंचायतों में खुली बैठक होंगी। इनमें लेखपाल, सचिव, आंगनबाड़ी, एएनएम, आशा, रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक, समूह की महिलाएं, सफाई कर्मी, स्वेच्छाग्रही शामिल होंगी। वहीं 28 को लोगों के श्रमदान से तालाब खोदाई, कुंए व हैंडपंपों के पास ट्रेंच बनवाएं जाएंगे। साथ ही प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन व उनके परिसर में जल संरक्षण का कार्य किया जाएगा। इस दौरान जलगुरु महेंद्र मोदी लोगों को जल संरक्षण के टिप्स देंगे और प्रेरित भी करेंगे।