छप्पर सुधारते समय टूटी बल्ली, मजदूर की मौत
। घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। अतर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम बल्लान निवासी 65 वर्षीय हीरालाल ढाई बीघा जमीन के खेतिहर किसान थे। परिवार के भरण-पोषण के लिए वह खेती के अलावा मजदूरी करते थे। सोमवार शाम वह गांव के एक रिहायशी मकान का छप्पर सुधारने गए थे। वहां अचानक बल्ली टूटने पर वह ऊंचाई से नीचे गिरकर घायल हो गए। गृहस्वामी उन्हें गांव के
जागरण संवाददाता, बांदा : छप्पर सुधारते समय बल्ली टूटने में मजदूर की गिरकर मौत हो गई। परिजनों ने गृहस्वामी पर तालाब के पास शव छोड़कर भागने का आरोप लगाया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई है।
अतर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम बल्लान निवासी 65 वर्षीय हीरालाल ढाई बीघा जमीन के खेतिहर किसान थे। परिवार के भरण-पोषण के लिए वह खेती के अलावा मजदूरी करते थे। सोमवार शाम वह गांव के एक रिहायशी मकान का छप्पर सुधारने गए थे। वहां अचानक बल्ली टूटने पर वह ऊंचाई से नीचे गिरकर घायल हो गए। गृहस्वामी उन्हें गांव के किसी निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले गया। वहां जब उनकी हालत और बिगड़ गई तो सीएचसी ले गए। जहां कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। पुत्र मोतीलाल ने आरोप लगाया कि गृहस्वामी ने घटना के बाद उन्हें सूचना नहीं दी थी। सीएचसी ले जाने की जगह किसी निजी अस्पताल में उसका उपचार कराया है। मौत के बाद वह शव ट्रैक्टर से तालाब के पास छोड़कर फरार हो गए हैं। गांव के चौकीदार ने उन्हें घटना की जानकारी दी है। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
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छह माह के अंदर घर से उठी दो अर्थियां, बेहाल
बांदा : परिजनों ने बताया कि हीरालाल के दो पुत्र थे। करीब पांच माह पहले उनके एक बेटे बाबू की टेंपो से गिरकर मौत हो गई थी। परिवार में हादसे से अब यह दूसरी मौत हुई है। हीरालाल की पत्नी मनकी व अन्य परिजन अभी बेटे की मौत के गम से ही उबर नहीं पाए थे। दूसरी घटना होने से परिजन बेहाल हैं।