दूसरे दिन 21 बसों में 896 यात्रियों ने किया सफर
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें पहली जून से प्रदेश के विभिन्न स्थानों के लिए चलाई जा रही हैं। दूसरे दिन मंगलवार को 21 बसों विभिन्न रूटों पर भेजी गईं लेकिन इनमें सिर्फ पांच से छह यात्री ही नजर आए। होटल आदि बंद होने तथा संक्रमण के डर से यात्री अभी कम निकल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बांदा : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें पहली जून से प्रदेश के विभिन्न स्थानों के लिए चलाई जा रही हैं। दूसरे दिन मंगलवार को 21 बसों विभिन्न रूटों पर भेजी गईं, लेकिन इनमें सिर्फ पांच से छह यात्री ही नजर आए। होटल आदि बंद होने तथा संक्रमण के डर से यात्री अभी कम निकल रहे हैं।
रोडवेज में दूसरे दिन कानपुर के लिए छह बसें भेजी गईं। इनमें कुल 164 यात्री यहां से सवार हुए। कोविड-19 हेल्प डेस्क में इन यात्रियों व बसों को ले जाने वाले चालक-परिचालकों की स्क्रीनिग की गई। उन्हें मास्क व सैनिटाइजर तथा ग्लब्स दिए गए। इसी तरह इलाहाबाद के लिए तीन बसें भेज गईं। इनमें करीब 200 यात्री सफर करने आए। इसके अलावा बबेरू, राजापुर, करतल, महोबा, हमीरपुर आदि रूटों पर भी गिने-चुने यात्री आए। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक परमानंद ने बताया कि इस समय होटल आदि बंद हैं। इससे उस तरह के यात्री जो यहां आकर होटलों में आकर रुकते हैं, वह नहीं आ रहे हैं। साथ ही कोरोना संक्रमण का डर भी है। इसलिए यात्रियों में इजाफा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी सप्ताह भर ऐसी ही स्थिति रहेगी।
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चार चालक-परिचालकों की संविदा खत्म
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक परमानंद ने लापरवाह तीन चालक व परिचालकों की संविदा समाप्त कर दी है। चेतावनी के बाद भी वह कोरोना लॉकडाउन में आपात कालीन ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर चल रहे हैं। इनमें चालक छत्रपाल, परिचालक फिरोज, अनुपम, आलोक प्रजापति शामिल हैं। लॉकडाउन में आपात काल सेवाओं में 239 चालक व 235 परिचालकों को लगाया गया था।