Move to Jagran APP

पीएम आवास के 500 लाभार्थी शौचालय विहीन

जिले को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है लेकिन प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को आज भी शौचालयों की दरकार है। वह खुले में जाने को मजबूर हैं। जनपद के पांच सौ लाभार्थियों के यहां आज तक शौचालय बनकर तैयार नहीं हो सके। ग्राम्य विकास आयुक्त इस पर खफा हैं। अधिकारियों से इस पर सत्यापन कर तत्काल रिपोर्ट मांगी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 07:33 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:09 AM (IST)
पीएम आवास के 500 लाभार्थी शौचालय विहीन
पीएम आवास के 500 लाभार्थी शौचालय विहीन

जागरण संवाददाता, बांदा : जिले को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है, लेकिन प्रधानमंत्री आवास के  लाभार्थियों  को आज भी शौचालयों की दरकार है। वह खुले में जाने को मजबूर हैं। जनपद के पांच सौ लाभार्थियों के यहां आज तक शौचालय बनकर तैयार नहीं हो सके। ग्राम्य विकास आयुक्त इस पर खफा हैं। अधिकारियों से इस पर सत्यापन कर तत्काल रिपोर्ट मांगी है।

loksabha election banner

शासन ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को आवास उपलब्ध करा रही है। इसके लिए 1.20 लाख रुपये रुपये तीन किश्तों में दिए जा रहे हैं। वर्ष 2016 से 2019 तक 25112 लाभार्थियों का चयन हुआ और उनके आवास बनकर तैयार हो गए। लेकिन 500 ऐसे लाभार्थी हैं, जो आज भी शौचालय विहीन हैं। पंचायती राज विभाग से इन लाभार्थियों के यहां आवास बनवाए जाने का प्रावधान है। लेकिन चक्कर लगाने के बाद भी इनके शौचालय नहीं बन सके। ऐसे में इन्हें आज भी खुले में शौच जाने की मजबूरी है। यह स्थित तब जब जनपद को खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है। लेकिन अधिकारी केंद्र सरकार के स्वच्छता मिशन को पलीता लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास के 24614 लाभार्थियों के यहां आवास बने हैं। इनमें आधे से ज्यादा घटिया होने की वजह से निष्प्रयोज्य पड़े हैं। वर्ष 2019-20 में 8885 लाभार्थियों को चयनित किया गया है। इनके आवास भी बनकर लगभग तैयार हैं,लेकिन 173 लाभार्थी शौचालय की सुविधा से वंचित हैं। ग्राम्य विकास आयुक्त ने परियोजना अधिकारी से अब तक शौचालय विहीन लाभार्थियों की सूची तलब की है। इस पर गहरी नाराजगी जाहिर की।

--------------

क्या कहते हैं लाभार्थी :

-प्रधानमंत्री आवास का कार्य पूरा हो गया है। लेकिन अभी तक शौचालय नहीं मिला। इससे खुले में शौच जाना पड़ता है। खासकर बारिश में ज्यादा दिक्कतें होती हैं।-लल्लू

-आवास बनवाने के बाद शौचालय बनवाने के लिए प्रधान व सचिव के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन कमीशन के बिना कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मजबूरी में खुले में शौच जाना पड़ता है।-मुन्ना

---------

बोले अधिकारी :

-प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो भी लाभार्थी शौचालय से वंचित हैं उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। जल्द ही उनके यहां शौचालय बनवाए जाएंगे।

-राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, बांदा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.