2.42 लाख लोगों को अब भी रजिस्टर से राशन
जागरण संवाददाता, बांदा : कई प्रयास के बाद भी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा में भ्रष्टाचार पर अंकुश नह
जागरण संवाददाता, बांदा : कई प्रयास के बाद भी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, तभी तो सरकार की मंशा के तहत दो साल बाद भी चित्रकूटधाम मंडल के ढाई लाख कार्डधारकों का आधार लिंक नहीं हो सका है। वहीं कई स्थानों पर कोटेदारों तक ई-पॉस मशीनें भी नहीं पहुंची हैं। अभी भी इन कार्डधारकों को मैनुअल तरीके से (रजिस्टर) ही राशन वितरित किया जा रहा है।
ई-पॉस मशीनों के जरिए शासन कोटेदार द्वारा दिए जा रहे राशन का पूरा हिसाब रखता है। इसमें कोटेदार जरा भी इधर उधर नहीं कर सकता है। शायद इसी वजह से अधिकारी और कोटेदार दोनों ही मंडल के चारों जिलों में मशीनों को लगाने में लापरवाही बरत रहे हैं। मंडल के चारों जिलों में 2094 कोटेदार हैं, लेकिन अब तक महज 1671 सस्ती दर राशन दुकानों तक ई-पास मशीन पहुंच सकी है। नतीजतन, मंडल के 9,51,006 कार्डधारकों में 7,08,659 को अंगूठे के जरिए ही राशन मिल रहा है। 2,42,347 कार्डधारकों के रजिस्टर में नाम दर्ज है। यही घटतौली और फर्जीवाड़े की सबसे बड़ी जड़ भी है। एक नजर में राशन वितरण
कुल कार्डधारक : 951006
अंत्योदय : 125368
पात्र गृहस्थी : 827688
कोटेदार : 2094
ई-पॉस मशीन युक्त : 1671
ई-पॉस कार्डधारक : 708659
''सभी राशन कार्डधारकों को आधार से जोड़ने की कवायद चल रही है। 90 फीसदी तक कार्य पूरा हो गया है। खाद्य आयुक्त ने सभी दुकानों को ई-पॉस मशीन से जोड़ने के लिए महीने भर का समय दिया है। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।''
- शरद कुमार ¨सह, मंडलायुक्त, बांदा