240 घरों में हुई सौभाग्य की रोशनी
जागरण संवाददाता, बांदा : सौभाग्य योजना के तहत सरकार ने हर घर को रोशन करने का संकल्प
जागरण संवाददाता, बांदा : सौभाग्य योजना के तहत सरकार ने हर घर को रोशन करने का संकल्प लिया है। लक्ष्य को पूरा करने में जमीनी स्तर पर कई तरह की तकनीकी समस्याएं भी सामने आईं। ऐसे मजरे जहां दो-चार घर ही हैं वहां विद्युतीकरण का खर्च बहुत अधिक आ रहा था। इसे देखते हुए सरकार ने इन घरों में नेडा की मदद से सोलर लाइटें लगाने का काम शुरू किया है। पहले चरण में जनपद के 240 घरों को सोलर लाइटें दी गई हैं।
सौभाग्य योजना के तहत विद्युत विभाग ने ऐसे मजरों को सोलर लाइटों के जरिए रोशनी देने की कवायद शुरू कर दी है। जनपद में 10 घरों से कम संख्या वाले मजरों का सर्वे कराया गया। जिसमें ऐसे मजरों की संख्या 85 पाई गई थी। सर्वे कराने के बाद विभाग ने नेडा को धन उपलब्ध कराकर इनमें सोलर लाइटें लगवाने का काम सौंपा था। नेडा ने ऐसे 65 मजरों के 240 घरों में सोलर लाइटें लगाने का काम पूर्ण कर लिया है। एक घर में सोलर लाइट लगाने की लागत 60 हजार रुपये आई है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो जनपद में अब सिर्फ सौ ऐसे घर शेष बचे हैं। जिनमें सोलर लाइटें लगाई जानी है।
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दस घरों से कम आबादी वाले जनपद के कुल मजरे- 85
कुल घरों की संख्या - 340
सोलर लाइटों से आच्छादित कुल मजरे - 240
लाइटें लगाने में आई कुल लागत - एक करोड़ 44 लाख
प्रति सोलर लाइट की लागत - 60 हजार
शेष मजरों की संख्या - 20
शेष घरों की संख्या - 100
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- विद्युतीकरण में अधिक लागत को देखते हुए सरकार ने सोलर लाइट लगाने का निर्णय लिया है। जनपद में अब सिर्फ 20 मजरों के सौ घर ही शेष बचे हैं। जिन्हें शीघ्र ही सौर लाइटें दी जाएंगी ।
राजेंद्र प्रसाद, अधीक्षण अभियंता चित्रकूट धाम परिक्षेत्र।