जिले के 24 हजार किसान पीएम किसान सम्मान निधि से दूर
जागरण संवाददाता बांदा कहने को तो सरकारी योजन
जागरण संवाददाता, बांदा : कहने को तो सरकारी योजनाएं धरातल पर हैं पर हकीकत में अफसर कागजों में कोरम पूरा कर रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि जिले में सम्मान निधि से 24 हजार से अधिक किसान वंचित हैं। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद भी इनके खाते में राशि नहीं पहुंच रही है। छह हजार ऐसे किसान हैं जो निधि के हकदार तो हैं, लेकिन त्रुटियों की वजह से पैसा दूसरे खाते में जा रहा है।
जनपद में छोटे व बड़े कुल 3,39,645 किसान हैं। 2,94,096 किसानों ने निधि के लिए आवेदन किया है। पात्रता की जांच कर 2,30,065 किसानों के खातों में धनराशि भेजी जा रही है। 45,549 किसानों ने अभी तक निधि के लिए आवेदन ही नहीं किया है। 64 हजार किसान ऐसे हैं, जिनके खातों में अभी तक पात्रता के बावजूद धनराशि नहीं जा रही है। जांच के बाद 40 हजार किसान अपात्र कर दिए गए हैं। 24 हजार किसानों के साथ त्रुटियों की दिक्कत है। कहीं इनके आधार संख्या गलत है तो कहीं बैंक खाते गलत हैं। 6249 किसान ऐसे हैं जो वास्तव में पात्र हैं और विभाग से इनके नाम से राशि भी भेजी जा रही है, लेकिन इनके खातों में नहीं पहुंच रही हैं।
बोले किसान
दो वर्ष पूर्व सम्मान निधि को चक्कर लगा रहे हैं। आज तक योजना की धनराशि नही मिली है। यह दूसरे खाते में जा रहा है।
-बेवा चंदन देवी, ग्राम गड़ावं किसान सम्मान निधि के लिए लेखपाल व विभाग के पास दौड़ भाग कर रहे हैं। किसान सम्मान निधि नहीं मिल सकी। जबकि विभाग से कहा जा रहा है कि राशि खाते में जा रही है।
-धर्मपाल, जसईपुर -आठ माह से किसान सम्मान निधि के लिए भटक रहे हैं। तहसील में जा कर दो बार लेखपाल के यहां आवेदन फार्म जमा किया, पर आज तक खाते में निधि का पैसा नहीं आया।
-राम लखन राजपूत, प्रेमपुर -सम्मान निधि उनके लिए टेढ़ी खीर हो गई है। पात्रता के बाद भी अभी तक खाते में पैसा नहीं आया। जबकि विभाग से भेजने की बात कही जा रही है।
-नत्थू यादव, बबेरू
पहले करीब 49 हजार किसानों के अभिलेखों में त्रुटियां थी। ज्यादातर ठीक करा दी गई हैं। इनमें कुछ आवेदन आए हैं, जिनमें शिकायत है कि दूसरे के खातों में पैसा जा रहा है। इन्हें भी दुरुस्त कराया जा रहा है।
-ब्रजेश कुमार, नोडल अधिकारी