जेल लाइब्रेरी में हजार से अधिक पुस्तकें
जागरण संवाददाता, बांदा: मंडल कारागार में बंदियों के लिए संचालित लाइब्रेरी में विभिन्न प्रकार की एक ह
जागरण संवाददाता, बांदा: मंडल कारागार में बंदियों के लिए संचालित लाइब्रेरी में विभिन्न प्रकार की एक हजार से अधिक पुस्तकों का संग्रह है। जिसका प्रतिदिन तीन सैकड़ा से अधिक पढ़े लिखे बंदी लाभ उठा रहे हैं। मौजूदा समय में जेल में एक सैकड़ा से अधिक स्नातक डिग्री धारक बंदी निरुद्ध हैं। ऐसे बंदी लाइब्रेरी का भरपूर लाभ उठा रहे है। डिप्टी जेलर, लाइब्रेरी प्रभारी तारकेश्वर का कहना है कि बंदियों के सुधार के लिए कारागार में कई व्यवस्थाएं की गई हैं। ताकि जेल से रिहा होने के बाद बंदी बुरी आदतों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। इसके लिए जेल में ब्रम्ह कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा ध्यान शिविर आयोजित किया जाता है। समय-समय पर जेल में धार्मिक व योग के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। जेल में बंदियों के लिए एक लाइब्रेरी भी चलाई जा रही है। जिसमें विभिन्न प्रकार की पुस्तकों का विशाल संग्रह है। जिसमें धार्मिक ग्रंथों के अलावा साहित्य, सामान्य ज्ञान,अंग्रेजी स्पी¨कग से जुड़ी आदि एक हजार से अधिक किताबें हैं। बताया कि संग्रहित किताबों में 25 फीसद ही खरीदी गई हैं। शेष किताबें समाजसेवियों द्वारा दान में दी गई हैं। लाइब्रेरी से कोई भी बंदी पढ़ने के लिए किताब ले सकता है। इसके लिए बंदी से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है न ही किताब जमा करने का कोई समय निर्धारित है। हवालाती टिकट पर उसे दो से तीन किताबें उपलब्ध करा दी जाती हैं। जेल में निरुद्ध बंदियों में करीब बीस फीसद बंदी पढ़े लिखे हैं जो किताबों को पढ़ने में अधिक रुचि ले रहे हैं। इसके अलावा बंदियों को देश दुनिया की जानकारी के लिए समाचार पत्र भी उपलब्ध कराए जाते हैं।