धरती छलनी कर माफिया निकाल रहे'सफेद सोना'
बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान के बाद भी अवैध खनन का सिलसिला बंद होने का नाम
बलरामपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान के बाद भी अवैध खनन का सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। धरती का सीना दिनरात छलनी किया जा रहा है। नदी व नालों से निकाले गए सफेद सोने को डंप कर महंगें दामों पर बाजार में बेचा जा रहा है। डीएम कृष्णा करुणेश की चेतावनी भी कोई काम नहीं आई। यहां होता है खनन
राप्ती नदी, बूढ़ी राप्ती, खैरहनिया, जमथरा, धोबैनिया, गौरिया, हेंगहा, कचनी, खरझार, सिरिया, नकटी, भांभर नालों में रात होते खनन शुरू हो जाता है, जो भोर तक चलता है। नालों से खनन कर ट्रैक्टर-ट्राली व डंफर से ठिकाने लगाया जा रहा है। पुलिस व प्रशासनिक अफसर जानते हुए भी कार्रवाई से अपने हाथ पीछे खींच रहे हैं।
थानों के सामने से निकलते हैं वाहन
-बालू लदे ट्रक व ट्रालियां थानों के सामने से निकलते हैं। इन नालों से निकाले गए बालू 10 से 17 हजार रुपये प्रति ट्राली की दर से बेची जाती है। बालू डं¨पग का किसी के पास लाइसेंस नहीं है। मुख्यमंत्री ने ली थी क्लास
-मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सात अक्टूबर को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में अफसरों को बालू व मिट्टी खनन रोकने के लिए सख्त हिदायत दी थी। चेतावनी दी थी कि बालू खनन की शिकायत मिली तो संबंधित अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बावजूद इसके अफसर गंभीर नहीं हुए।
नहीं थमा खनन तो बाढ़ मचाएगी तबाही
-ग्रामीण अमरनाथ, रामदीन, रामउग्र, राधेश्याम का कहना है कि रातभर ट्रैक्टर-ट्रालियां चलने से रास्ते गड्ढों में तब्दील हो रहे हैं। नाले व नदियों की गहराई बढ़ती जा रही है। जिसकी रोकथाम करना जरूरी हो गया है।
सफेदपोश से जुड़े हैं तार
-खनन माफिया से सफेदपोश के तार जुड़े होने से पुलिस व प्रशासनिक अफसर कार्रवाई किए जाने से हाथ पीछे खींच लेते हैं। जिससे खनन करने वालों पर कोई भय नहीं रह गया है। जिम्मेदार के बोल
-जिले में खनन की शिकायत उन्हें नहीं मिली है। बावजूद इसके जांच करवाई जा रही है। यदि खनन होता मिला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
अरुण कुमार शुक्ल, अपर जिलाधिकारी