वादकारियों को खरीदनी पड़ती है पानी की बोतलें
तुलसीपुर (बलरामपुर): तहसील कार्यालय में शुद्ध पेयजल के लिए लोग तरस रहे हैं। यहां पर आने व
तुलसीपुर (बलरामपुर): तहसील कार्यालय में शुद्ध पेयजल के लिए लोग तरस रहे हैं। यहां पर आने वाले वादकारियों व अधिवक्ताओं के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। प्यास बुझाने के लिए अधिवक्ताओं को घरों से पानी की बोतल लाना पड़ रहा है। यहां लगा एकमात्र इंडिया मार्का हैंडपंप लोगों की प्यास बुझाने के लिए नाकाफी है। लाखों रुपए से बना ओवरहेड टैंक शोपीस साबित हो रहा है। अधिवक्ता सुखराम निषाद का कहना है कि टैंक कभी चला ही नहीं। सांसद निधि से तहसील कार्यालय के अंदर व तहसील परिसर में दो वाटर कूलर लगाया गया था, जो लगने के बाद ही खराब हो गया। कई बार अधिवक्ताओं ने आंदोलन भी किया, लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। अधिवक्ता अनिल मिश्र का कहना है कि तहसील परिसर में पेयजल न होना बहुत बड़ी समस्या है। एसडीएम से भी गुहार लगाई गई, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। अधिवक्ता धर्मेंद्र शुक्ल का कहना है कि पेयजल की समस्या वकीलों से लेकर वादकारियों तक के लिए है। अधिवक्ता मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि पानी के लिए वादकारियों को होटल व ढाबों तक दौड़ लगानी पड़ती है। एसडीएम विशाल यादव ने कहा कि जलनिगम के अधिकारी से वार्ता कर पेयजल व्यवस्था ठीक कराई जाएगी।