परंपरागत रूप से मनी मकर संक्रांति, खाई और बांटी गई खिचड़ी
राप्ती नदी व देवीपाटन मंदिर स्थित सूर्यकुंड में श्रद्धालुओं ने किया स्नान-दान कई जगह हुए खिचड़ी भोज कार्यक्रम
बलरामपुर : जिले भर में मकर संक्रांति का पर्व परंपरागत रूप से मनाया गया। गुरुवार को राप्ती नदी के तट पर भोर में लोगों ने स्नान-दान किया। वहीं, कई जगह खिचड़ी भोज भी आयोजित किया गया। शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर पर में स्थित सूर्यकुंड में स्नानकर पूजा-अर्चना की गई। बिजलीपुर के निकट राप्ती नदी के सिसई घाट पर पहुंचकर लोगों ने स्नान कर खिचड़ी दान किया। गोमाता को भी लोगों ने खिचड़ी खिलाई।
जगह-जगह खिचड़ी भोज :
- नगर स्थित महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद संस्कृत महाविद्यालय में खिचड़ी भोज का आयोजन हुआ। प्रधानाचार्य देवमित्र त्रिपाठी ने कहाकि सहभोज से आपसी सौहार्द की भावना को बल मिलता है। शिक्षक योगेश कुमार मिश्र ने कहाकि मकर संक्रांति का पर्व एकरूपता व समरसता का वाहक है। शीत का प्रभाव कम करने के लिए सूर्य देवता मकर रेखा पर आकर संसार को ऊर्जा प्रदान करने के लिए तत्पर होते हैं।
कैप्टन जीपी तिवारी, डॉ. केके सिंह, डॉ. एके सिंह, डॉ. चंदन पांडेय, शैलेंद्र सिंह, अंकित श्रीवास्तव, अशोक कुमार मौजूद रहे। नगर के वीर विनय चौराहा स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर में महंत महेंद्र दास के निर्देशन में खिचड़ी भोज का आयोजन हुआ। बिजलीपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अभिषेक, चंदन व सचिन की अगुवाई में खिचड़ी भोज का आयोजन हुआ।
उधर उतरौला स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक की प्रभात शाखा पर आयोजित कार्यक्रम में सह जिला कार्यवाहक अमित कुमार ने कहाकि हमें इस पर्व की महत्ता समझते हुए सामाजिक समरसता को मजबूत बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने की जरूरत है।
जिला प्रचार प्रमुख कपिल कुमार, नगर कार्यवाहक रामनरेश, सरोज कुमार, सुरेश कुमार, किशन, महेश, ओमप्रकाश, सुरेंद्र गुप्त, राजू सोनी समेत अनेक स्वयंसेवक मौजूद रहे। आर्यसमाज में भी मकर संक्रांति के पर्व पर विशेष हवन-यज्ञ आयोजित कर सृष्टि के कल्याण की कामना की गई। रामदेव आर्य, दिलीप आर्य, ज्ञान प्रकाश आर्य मौजूद रहे।