मुहल्ला कक्षाओं का भार, स्कूल की सूरत रह गई बदहाल
बलरामपुर वैश्विक महामारी कोरोना के कारण परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन का कस्कूलों की सुधि लेना मुनासिब नहीं समझ रहे जिम्मेदार स्कूल की गतिविधियां प्रभावित
बलरामपुर : वैश्विक महामारी कोरोना के कारण परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। शिक्षकों को समय से विद्यालय पहुंचकर विभागीय कार्यों को पूर्ण कराने का निर्देश है। अधिकांश स्कूलों में अफसरों के रुचि न लेने से कायाकल्प नहीं हो पा रहा है। गुरुजनों के दिलचस्पी न लेने से स्कूलों में कंपोजिट ग्रांट, खेलकूद व कायाकल्प की गतिविधियां प्रभावित हो रही है। बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मुहल्ला कक्षाएं संचलित हो रहीं हैं। जिम्मेदार अफसर स्कूलों की सुधि लेने के बजाय कागजी घोड़े दौड़ाकर सब कुछ ठीकठाक होने का दावा कर रहे हैं।
ऐसा दिखा स्कूलों का हाल :
- तुलसीपुर शिक्षा क्षेत्र के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक इन्द्रसेन सिंह, सहायक अध्यापिका चंचल व मोनिका गुप्ता गांव में अलग-अलग स्थानों पर मुहल्ला कक्षाएं चलाते मिलीं। प्रधानाध्यापक ने बताया कि पिछड़ा क्षेत्र होने के वजह से सभी अभिभावक के पास स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं है। इसलिए अधिकारियों के निर्देश पर विद्यालय के बजाय गांव में मुहल्ला कक्षाएं चलाई जा रहीं हैं। स्कूल में बजट के अनुसार संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है। शिक्षा क्षेत्र हर्रैय्या सतघरवा के प्राथमिक विद्यालय नंदनगर नवीन में प्रधानाध्यापक प्रवीन कुमार व सहायक अध्यापक मौजूद मिले। विद्यालय का शौचालय अधूरा है। हैंडपंप का चबूतरा न होने से गंदगी की भरमार है। विद्यालय परिसर में गड्ढे हैं। यहां उपले पाथे जा रहे हैं। चहारदीवारी नहीं है। परिसर में झाड़ियां उग आईं हैं। प्रधानाध्यापक का कहना है सफाईकर्मी नहीं आता है।
गायब रहने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई :
- बीएसए डॉ. रामचंद्र का कहना है कि स्कूलों का कायाकल्प कराने पर जोर दिया जा रहा है। सभी बीईओ संकुल शिक्षकों की बैठक कर शैक्षिक संवर्धन व कायाकल्प कराने पर जोर दे रहे हैं। मुहल्ला कक्षाओं से गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।