शिक्षा को बनाया मिशन, मुफ्त कर रहे अध्यापन
दिलीप ¨सह, पचपेड़वा(बलरामपुर) : तुलसीपुर के लौकहवा गांव निवासी सेवानिवृत्त अध्यापक श्रीराम त्रिपाठी ने शिक्षा को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है। वर्ष 2009 में प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद भी वह देवीपाटन मंडल के चारों जनपदों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। एक माह में 12 से 15 विद्यालयों में इंटरमीडिएट के छात्रों को निश्शुल्क पढ़ाते हैं। शैक्षिक रूप से पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा का दीप जलाकर लोकसेवा की मिसाल पेश कर रहे हैं।
बलरामपुर : तुलसीपुर के लौकहवा गांव निवासी सेवानिवृत्त अध्यापक श्रीराम त्रिपाठी ने शिक्षा को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है। वर्ष 2009 में प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद भी वह देवीपाटन मंडल के चारों जनपदों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। एक माह में 12 से 15 विद्यालयों में इंटरमीडिएट के छात्रों को निशुल्क पढ़ाते हैं। शैक्षिक रूप से पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा का दीप जलाकर लोकसेवा की मिसाल पेश कर रहे हैं।
शिक्षक विहीन स्कूलों को करते हैं चिह्नित :
-पंडित श्रीराम त्रिपाठी सात अप्रैल 1965 में अध्यापक पद पर नियुक्त हुए थे। 30 जून 2009 को सेवानिवृत्त होने के बाद देशाटन व चारों धाम की यात्रा की, लेकिन उनका मन अध्यापन में ही रमा रहा। पंडित श्रीराम बताते हैं कि यह जिला शैक्षिक रूप से पिछड़ा हुआ है। शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों का समुचित विकास नहीं हो पाता है। इसलिए शिक्षकविहीन स्कूलों में निशुल्क अध्यापन का निश्चय किया। तभी से इंटर कॉलेजों में अंग्रेजी, ¨हदी, संस्कृत व गणित विषय की शिक्षा दे रहे हैं। कहते हैं कि इससे उन्हें आनंद की अनुभूति होती है। अब तक श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा समेत पचपेड़वा के लोकमान्य तिलक इंटर कॉलेज में निश्शुल्क अध्यापन कर चुके हैं। राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय विशुनपुर विश्राम में शिक्षकों की कमी होने पर उन्होंने छात्राओं को निशुल्क शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है।
ये छात्र बने विधायक :
-पंडित श्रीराम त्रिपाठी नौ वर्ष लगातार उप्र शिक्षक संघ के देवीपाटन मंडल अध्यक्ष पद को सुशोभित कर चुके हैं। उनके पढ़ाए छात्र कांग्रेस के बब्बन ¨सह, संतराम, जनसंघ के मंगरे ¨सह, रघुराज प्रसाद उपाध्याय व कमलेश ¨सह विधायक व सरजू प्रसाद ¨सह एमएलसी रह चुके हैं।