बारिश से लहलहा उठी गन्ने की फसल, 40 प्रतिशत खेतों में लग गए धान
संवादसूत्र, बलरामपुर : चार दिनों से हो रही छिटपुट बारिश से खेत खलिहान लहलहा उठे हैं। धान रोपाई तेजी से चल रही है। 40 प्रतिशत से अधिक खेतों में धान लगे चुके हैं जबकि अन्य में किसान लगातार जुटे हुए हैं।
सप्ताह भर पहले धान की नर्सरी बड़ी होने के बावजूद लोग धान की रोपाई नहीं कर रहे थे। सूखा पड़ने की आशंका के चलते खेतों में नर्सरी बड़ी होने के बाद भी लोग उसकी रोपाई करने से पिछड़ रहे थे। तमाम लोगों ने धान की जगह अन्य फसलों की बोआई भी शुरू कर दी थी। चार दिन से बारिश शुरू हो गई थी, लेकिन धान की रोपाई का काफी समय निकल चुका है। ऐसे में इस बार धान का रकबा घटने की आशंका प्रबल हो गई है। हालांकि किसान तेजी से धान की रोपाई में जुट गए है। गांव-गांव चल रही रोपाई के चलते मजदूर भी नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में तमाम किसान खुद ही परिवारजन के साथ धान की रोपाई कर रहे हैं। इस बार बारिश देर में होने के कारण शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर पाना मुश्किल दिख रहा है। कृषि विभाग की मानें तो उम्मीद थी कि इस बार एक लाख 22 हजार 223 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान रोपाई होगी, लेकिन अब यह पूरा हो पाना मुश्किल दिख रहा है। किसान धान की रोपाई कर रहे हैं।
जल्दी रोपाई कर लें किसान, नैनो यूरिया से पूरा होगा नुकसान : राणा
जिला कृषि अधिकारी आरपी राणा ने बताया कि किसान धान की रोपाई जल्द से जल्द कर लें। खेतों में रोपाई होते ही धान के फसल की बढ़ाव के लिए सिंचाई के साथ ही थोड़ी-थोड़ी मात्रा में नैनो यूरिया का छिड़काव करें। यह अन्य यूरिया से अधिक प्रभावकारी है। पानी में छिड़काव होने से इसके दुष्प्रभाव का खतरा भी कम रहता है।