पीएचसी जोकहिया से बच्चों को लौटाया, भूख से बिलबिलाते रहे नौनिहाल
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बलरामपुर :
इलाज के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचे पूर्व माध्यमिक विद्यालय घोसियार के 48 बच्चे तीन घंटे तक अस्पताल में भटकते रहे, लेकिन किसी चिकित्सक ने उन्हें देखने की जहमत नहीं उठाई। अस्पताल पहुंचने पर एंबुलेंस में तैनात इमजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (इएमटी) बच्चों को लेकर इमरजेंसी पहुंचा। वहां तैनात चिकित्सक ने इएमटी को मोहर लगाकर स्लिप पकड़ा दी। सभी को इलाज के लिए ओपीडी में भेज दिया। प्रधानाचार्य मजीबुल्ला ने बताया कि डॉक्टर ने इमरजेंसी में भीड़ न लगाने की बात कहते हुए सभी को बाहर भगा दिया। काउंटर पर एक घंटे लाइन लगाने के बाद प्रधानाचार्य बच्चों का ओपीडी का पर्चा लेकर बालरोग विशेष डॉ. नितिन चौधरी के कक्ष पर पहुंचे। गेट पर खड़े कर्मचारी ने पर्चा जमा कर लिया। नंबर आने पर बुलाने की बात कही। सुबह दस बजे लाइन लगाने के करीब दो घंटे बाद नौनिहालों का उपचार शुरू हो सका। इस दौरान बच्चे भूख से परेशान बिलबिलाने लगे। प्रधानाध्यापक ने बताया सुबह आठ बजे स्कूल आए बच्चे भूख से परेशान हैं।
जोकहिया से बच्चों को लौटाया :
- प्रधानाचार्य ने बताया कि सुबह वह बच्चों को एंबुलेंस से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जोकहिया लेकर गए थे, लेकिन वहां से उन्हें वापस कर दिया गया। बताया कि फोन करने पर चिकित्सक ने कहाकि वह क्षेत्र में हैं इलाज के लिए बच्चों को संयुक्त जिला चिकित्सालय लेकर चले जाओ। कराएंगे जांच
-सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि बच्चों का इलाज देरी से क्यों शुरू हुआ। इसकी जांच कराएंगे। यदि मामला सही निकला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
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