लिपिक के खिलाफ जांच पूरी, निदेशक को सौंपेंगे रिपोर्ट
जिला संयुक्त चिकित्सालय में उपकरणों व दवाओं की खरीद घोटाले में हो सकती है बड़ी कार्रवाइ
बलरामपुर : जिला संयुक्त चिकित्सालय में तैनात लिपिक अजय श्रीवास्तव पर दवाओं व उपकरणों की खरीद में भ्रष्टाचार समेत अन्य आरोपों की जांच करने पहुंचे एडी अयोध्या डा.यूसी तिवारी ने मामले की सच्चाई परखी। जांच के बाद गुरुवार को अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अपनी जांच रिपोर्ट निदेशक प्रशासन को सौपने की तैयारी में जुट गए हैं।
जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे अपर निदेशक डा. यूसी तिवारी ने 11 बिदुओं समेत अन्य आरोपों के बारे में लिपिक से जवाब मांगा। बिना कोटेशन व टेंडर के दवाओं व चिकित्सीय उपकरणों की खरीदकर चहेती फर्मो को भुगतान, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, सेवा प्रदाता कंपनियों से मिलकर अपने लोगों को नियुक्ति दिलाने समेत अन्य आरोपों के बावत लिपिक ने अपना पक्ष रखते हुए न्यायालय से मिले राहत संबंधी कागजात दिखाए। करीब आधे घंटे तक चली जांच के बाद अपर निदेशक अयोध्या चले गए। पूरे मामले की रिपोर्ट चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रशासन को सौंपी जाएगी। माना जा रहा है कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद इसमें राजनीतिक व अफसरशाही के गठजोड़ में शामिल कई बड़े दिग्गजों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। एडी ने बताया कि लिपिक पर लगे भ्रष्टाचार समेत अन्य आरोपों की जांच पूरी कर ली गई है। शीघ्र ही पूरे मामले की जांच रिपोर्ट निदेशक को सौंप दी जाएगी।
यह था मामला :
वर्ष 2019 में जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. राजेश मोहन गुप्त ने लिपिक अजय श्रीवास्तव पर 25 व 26 मई को बिना कोटेशन व टेंडर के एक करोड़ 40 लाख रुपये का भुगतान करने का आरोप लगाया था। आरोपों के मुताबिक यह भुगतान जिन फर्मो को किया गया था, वह लिपिक के परिवारीजनों के नाम से बना है। इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने,परिवारीजनों को लाभ पहुंचने की भी शिकायत की गई थी।