बजट के फेर में उलझ गया 200 सड़कों के निर्माण
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रमन मिश्र, बलरामपुर
जनपद सृजन के 22 साल बीतने के बाद भी जिले में कोई मुकम्मल सड़क नहीं है। जिले में 200 से अधिक सड़कों को कायाकल्प की दरकार है। 28 करोड़ रुपये की कार्ययोजना दिसंबर में भेजी गई थी। जिला योजना से 50 लाख रुपये लोक निर्माण विभाग को मिल सके हैं। अन्य किसी मद से फूटी कौड़ी तक नहीं मिली। अफसर इस माह बजट मिलने की उम्मीद लगाए हैं। उधर विभाग के एक अधिकारी की मानें तो सरकार से बजट मिल भी गया तो मार्च के अंत तक खर्च करने का सवाल ही नहीं उठता। वजह, निविदा प्रक्रिया पूरी करने में करीब माह भर लग जाता है। ऐसे में बजट को सरेंडर करना पड़ सकता है।
इन सड़कों की बदलनी है सूरत : जिले के गैंसड़ी व तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाली 84 सड़कों की विशेष मरम्मत एवं नवीनीकरण के लिए लोनिवि प्रांतीय खंड ने 28 करोड़ रुपये बजट की मांग की थी। तुलसीपुर विधानसभा में भगतापुर-उदयपुर संपर्क मार्ग, बेलीपुरवा, मिर्जापुर से खुटवा गांव, मुड़िला-मिर्जापुर-बेला, मुरावनडीह, नैकहाडीह, शिवपुरा बरदौलिया से देवपुरा मंदिर संपर्क मार्ग समेत 51 सड़कों का निर्माण होना है। जबकि गैंसड़ी में संग्रामपुर, बेतहनिया, बनकटवा थारू, विशुनपुर से ठकुरापुर, गौरा बगनहा, भुसहर पुरई, बेनीनगर गैंसड़ी जरवा व जीतपुर संपर्क मार्ग समेत 31 सड़कों की मरम्मत कराई जानी है।
जिम्मेदार के बोल : अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोनिवि मेघ प्रकाश ने कहाकि सड़कों के नवीनीकरण व विशेष मरम्मत के लिए 28 करोड़ रुपये की दरकार है। धनराशि के अभाव में सड़कों की मरम्मत व निर्माण कार्य प्रभावित है। मार्च के पहले सड़क मरम्मत पूरा कराने का लक्ष्य था, लेकिन अब तक बजट नहीं मिल सका है। यदि इस माह बजट मिल भी जाता है, तो निविदा प्रक्रिया पूरी होना भी मुश्किल है।