नियम हुए तार-तार, लोग हो रहे बीमार
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बलरामपुर : ठंडा पानी बेचने के लिए आरओ प्लांट व पानी पाउच मशीन संचालन के लिए विक्रेता को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, व्यापार कर, खाद्य सुरक्षा विभाग समेत कई विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना पड़ता है। इसके बाद ही कोई आरओ प्लांट लगाकर डिब्बे में ठंडा पानी बेचने का काम शुरू कर सकता है, लेकिन जिले में इसका पालन नहीं हो रहा है। नगर समेत अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में नियमों को ताक पर रखकर पानी के नाम पर मीठा जहर पिला रहे हैं। जिससे लोगों में कई तरह की बीमारियां तेजी से फैल रहीं हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिससे शुद्ध पानी का काला कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है। तेजी से बढ़ रही बीमारी :
- चिकित्सक बताते हैं कि आरओ के नाम पर डिब्बे में बिक रहा बर्फ का ठंडा पानी बीमारियों का कारण है। इससे लोगों में पेट दर्द, हड्डी, थॉयराइड व दांत समेत कई बीमारियां प्रमुख है। जिले के दो हजार से अधिक लोग इनसे पीड़ित हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नियमित यह पानी पीने से लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने के साथ कई अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं। समाप्त हो जाती है पानी की गुणवत्ता:
- डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि स्वच्छता के नाम पर पानी छांनने कर उसका टीडीएस कम हो जाता है। 100 से कम टीडीएम वाले पानी का प्राकृतिक गुण समाप्त हो जाता है। यह पानी पीने से शरीर को आवश्यक तत्व नहीं मिल पाते हैं। क्या कहते हैं एडीएम :
-अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि जल्द ही सभी आरओ प्लांट चलाने वालों के यहां अभियान चलाकर छापेमारी की जाएगी। गुणवत्ताविहीन पानी बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।