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बारिश में 'उतराए' पालिका के दावे, सड़कों पर 'बाढ़'

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By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 11:55 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 06:28 AM (IST)
बारिश में 'उतराए' पालिका के दावे, सड़कों पर 'बाढ़'
बारिश में 'उतराए' पालिका के दावे, सड़कों पर 'बाढ़'

सीतापुर : बुधवार को हुई बारिश से शहर की सड़कें टापू बन गई। सड़क पर बह रहे पानी में पालिका के दावे 'उतराते' नजर आए। जगह-जगह जलभराव से लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। विकास भवन और तहसील पानी से लबालब हो गया। बुधवार की भोर पांच बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश सुबह 11 बजे तक हुई। मूसलाधार बारिश ने नगर पालिका के दावों की पोल खोल दी। नाले, नालियां चोक होने से पानी सड़कों पर बहने लगा। तहसील सभागार, विकास भवन में बाढ़ जैसे हालात नजर आए। फरियादियों को साहब के दफ्तरों तक पहुंचने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। रोडवेज से छोटी लाइन जाने वाली सड़क, सिविल लाइंस, चित्रा रोड, आलमनगर, दुर्गापुरवा, श्यामनाथ, तरीनपुर, मुंशीगंज, मिरदही टोला, शास्त्रीनगर, खूबपुर, पूर्णागिरी, आवास विकास, विजयलक्ष्मी नगर नगर समेत अन्य मुहल्लों में जलभराव हो गया। सड़कों पर पानी इस कदर बह चला कि, लोगों को पैदल चलना दूभर हुआ। कई घरों में भी पानी घुस गया। सबसे हैरान करने वाली बात है कि तहसील परिसर, विकास भवन में बाढ़ जैसे हालात पैदा होना पालिका के जिम्मेदारों की कार्यशैली को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। इसके अलावा मिश्रिख, सिधौली, तंबौर, हरगांव, लहपुर, महोली, खैराबाद के भी कई मुहल्ले जलमग्न हो गए, इससे यहां के पालिका प्रशासन के दावों की हकीकत पानी में 'उतराता' दिखा।

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किसानों के खिले चेहरे, फसलें भी गिरी

छह घंटे की बारिश ने जिले के किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। गन्ना, धान की फसलों के लिए बारिश की बूंदे अमृत से कम नहीं थी। पिछले कई दिनों से बारिश न होने की वजह से फसलें पानी मांग रही थी, इससे किसानों में चिता थी। वह आसमान की ओर टकटकी लगाए निहार रहे थे और इंद्रदेव से गुहार लगा रहे थे कि बारिश कर दो। आखिरकार मुसलाधार बारिश ने किसानों का काफी फायदा कराया। हालांकि, कुछ स्थानों पर बारिश के बाद हवाएं चलने से गन्ना और धान की फसलें गिर गई।

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मौसम रहा खुशगवार

बुधवार को मौसम काफी सुहाना रहा। गर्मी गायब रही। दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। जिले का अधिकतम तापमान सामान्य से भी कम 28 और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 16 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चली।


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