लोकल पर्चेज में खरीद लीं 30 लाख की दवाएं
बलरामपुर:प्रदेश सरकार अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा सुधारने के नाम पर भले ही प्रति वर्ष करोड़ों
बलरामपुर:प्रदेश सरकार अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा सुधारने के नाम पर भले ही प्रति वर्ष करोड़ों रुपये खर्च क्यों न कर रही हो, लेकिन इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। संयुक्त जिला चिकित्सालय में नियमों को दर किनार कर लोकल पर्चेज के नाम पर 30 लाख की दवा खरीद ली गई हैं। जिसकी भनक अफसरों को नहीं लग सकी। अब जिम्मेदार अधिकारी दवा खरीद की जानकारी न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं। ¨प्रट रेट वाली दवा से खुला मामला- संयुक्त जिला चिकित्सालय में दवा काउंटर से वितरित होने वाली 20 में से 15 दवाएं ¨प्रट रेट वाली हैं। जिनकी खरीद अस्पताल में सीधे कंपनियों से की है। सूत्रों की मानें तो दवा खरीद में नियमों की अनदेखी कर अपने चहेतों से दवा खरीदी गई है। ड्रग स्टोर के प्रभारी फार्मासिस्ट पीके त्रिपाठी ने बताया कि मार्च में करीब 30 लाख रुपये की दवाएं खरीदी गईं थी।
नहीं है जानकारी
-सीएमएस डॉ. राजेश मोहन गुप्त का कहना है कि उन्होंने मई में कार्यभार ग्रहण किया है। मार्च में लोकल पर्चेज के नाम पर हुई दवा खरीद की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। जांच कराई जाएगी।
दस प्रतिशत बजट से होता है लोकल पर्चेज
-सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह ने बताया कि कोई भी अस्पताल दवा के लिए निर्धारित बजट का दस प्रतिशत अंश ही लोकल पर्चेज पर खर्च कर सकता है। संयुक्त चिकित्सालय के लिए दवा खरीद का बजट औसतन 60 से 70 लाख होगा। इसमें 25-30 लाख रुपये की दवा खरीदे जाने की जानकारी नहीं है। सीएमएस से जानकारी ली जाएगी।