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धरी रह गई तैयारी, नेटवर्क की समस्या पड़ी भारी

पुरैनाजाट गांव में तीन दिन से फेरा लगा रहे थे अफसर पीएम का संवाद न होने से मायूस हुए ग्रामीण

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 10:19 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 10:19 PM (IST)
धरी रह गई तैयारी, नेटवर्क की समस्या पड़ी भारी
धरी रह गई तैयारी, नेटवर्क की समस्या पड़ी भारी

बलरामपुर : प्रधानमंत्री आवास पाने वाली पुरैनिया जाट गांव निवासिनी सरिता देवी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए बात करने के लिए गांव में की गई सारी तैयारियां नेटवर्क की समस्या के कारण फेल हो गई। मंगलवार से ही दूरदर्शन व एनआइसी की टीम लाइव टेलीकास्ट के लिए निरंतर प्रयास करती रही। सफाई के लिए विकास विभाग के आधे दर्जन सफाईकर्मी लगाए गए थे। लाभार्थी का शौचालय छत को छोड़कर मंगलवार रात में ही पूरा करा दिया गया था। देर शाम तक पूर्ति, विकास व समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने गांव में अंत्योदय कार्ड, उज्ज्वला गैस, पेंशन के पात्रों की जांच की। उसी रात 50 से अधिक लोगों को घरेलू गैस के चूल्हे व सिलिडर दे दिए गए।

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ग्रामसभा पुरैना जाट की आबादी 1197 है। इनमें अनुसूचित जाति की आबादी सबसे अधिक है। ग्रामसभा में तीन लोगों को पीएम आवास का लाभ मिला है। कुल 145 लोगों को गैस कनेक्शन दिया गया है। अंत्योदय कार्ड धारकों की संख्या 14 है। नेटवर्क की समस्या के कारण लाभार्थी सरिता देवी को अधिकारी बुधवार को बलरामपुर लेकर चले गए। गांव की महिला का पीएम से सीधा प्रसारण देखने को लेकर ग्रामीणों की उत्सुकता धरी की धरी रह गई।

तीन दिन संवारते रहे गांव की सूरत :

- पीएम के वीडियो कांफ्रेंसिग की सूचना के बाद पुरैनिया जाट गांव में जिला व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों की फौज सड़क पर चलती नजर आई। वर्षो से जिस गांव में सफाईकर्मी आते नहीं थे, वहां तीन दिन से सफाईकर्मियों की सक्रियता देखते ही बनती थी। सोमवार को विकास महकमा बीडीओ दिव्या त्रिपाठी की नेतृत्व में सक्रिय रहा। मंगलवार को डीएम श्रुति, सीडीओ अमनदीप डुली, जिला विकास अधिकारी गिरीश चंद्र पाठक ने पहुंचकर गांव की जमीनी हकीकत देखी। पांच वर्ष पहले बनी इस ग्रामसभा में जलनिकासी, स्वच्छ पेयजल व सड़क की समस्या बनी हुई है। ग्रामीण नजर अली, सुरेश कुमार, मंजूर, असलम बताते हैं कि अधिकारियों की सक्रियता अगर साल भर बनी रहे, तो ग्रामीणों का जीवन सुलभ हो सकता है।

बीडीओ दिव्या त्रिपाठी का कहना है कि ग्रामसभा में जरूरी कार्यो की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश ग्राम पंचायत अधिकारी को दिया जाएगा। अंतिम समय में लाभार्थी से संवाद न होने की जानकारी दी गई।


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