फर्जी निकाह पर पुलिस दे रही आरोपित का साथ
संवादसूत्र, बलरामपुर : महराजगंज तराई थाना पुलिस की कार्यशैली निराली है। यहां एक नाबालिग के कूटरचित दस्तावेज तैयार कराकर कोर्ट मैरिज व फर्जी निकाह करने का मामला प्रकाश में आया है। एक ओर पुलिस अधीक्षक नारी सुरक्षा व सम्मान के लिए मिशन शक्ति को प्रभावी बनाने का दम भर रहे हैं। वहीं महराजगंज की पुलिस गंभीर नहीं है। किशोरी का पिता अपनी बेटी को वापस घर लाने के लिए अधिकारियों की चौखट पर दस्तक दे रहा है। वहीं पहले से तीन शादी कर चुके आरोपित को पुलिस संरक्षण दे रही है। लड़की के पिता ने निकाहनामा फर्जी होने व कोर्ट मैरिज में लगाए दस्तावेज को फर्जी होने का दावा किया है। इस पर पुलिस उल्टा उसे ही जेल भेजने की बात कहकर धमका रही है।
पुलिस महानिदेशक को भेजे शिकायती पत्र में पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है क उसकी 16 वर्षीया बेटी आठ जुलाई की रात से लापता है। खोजबीन पर पता चला कि वह महराजगंज में एक युवक के घर में मौजूद है। इस पर थाना पर सूचना दी तो सिपाही ने ने घर आकर उल्टा कहा कि तुम्हारे नाम से रिपोर्ट है। तुम अपनी अपनी बेटी को मारते-पीटते हो। पुलिस ने पिता को ही हवालात में बंद कर दिया। प्रभारी निरीक्षक के सामने कोर्ट मैरिज सर्टिफिकेट व निकाहनामा पेश करते हुए लड़की के बालिग होने की बात कही। गांव के सरकारी स्कूल में उसकी जन्मतिथि दर्ज होने का उलाहना दिया, तो प्रभारी निरीक्षक ने कागज लाने की बात कही। स्कूल जाने पर प्रधानाध्यापिका अवकाश पर मिलीं। सहायक अध्यापक ने रजिस्टर देखकर मौखिक रूप से जन्मितिथि 12 जून 2005 बताई। प्रधानाध्यापक के आने पर आयु प्रमाण पत्र देने की बात कही। थाना के एक सिपाही के साथ मिलकर आरोपित युवक ने प्रधानाध्यापक पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया। अब प्रधानाध्यापक का कहना है कि लड़की कभी स्कूल में पढ़ी ही नहीं है। आरोप है कि युवक शादीशुदा हे। मौजूदा समय में उसकी बीवी बच्चे हैं। इससे पूर्व में दो बीवियों को छोड़ चुका है। उसकी पत्नी का वाद न्यायालय में चल रहा है।
आयु प्रमाणपत्र मिलने पर होगी जेल : प्रभारी निरीक्षक अशोक सिंह का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। विद्यालय से आयु प्रमाण पत्र की मांग की गई है। उसमें लड़की के नाबालिग होने की पुष्टि होने पर आरोपित को जेल भेजा जाएगा।