मरीज दर्द से चिल्लाएं, चिकित्सक नजर न आएं
जिला संयुक्त अस्पताल में अव्यवस्थाएं इस कदर हावी हैं कि कोई किसी का हाल पूछने वाला नहीं है। चीखते व कराहते मरीजइधर-उधर दौड़ते तीमारदार व मस्त चिकित्सक
बलरामपुर : संयुक्त जिला अस्पताल में चिकित्सकों व कर्मियों की मनमानी मरीजों पर भारी पड़ रही है। कागजों में सब कुछ ठीक ठाक होने का दंभ भरने वाले अधिकारियों को धरातल पर उतरने की फुर्सत नहीं मिल पा रही है। जिससे यहां आने वाले मरीजो का दर्द नहीं दूर हो पा रहा है। मरीजों को चिकित्सकों के अभाव में घंटों बैठना पड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों का भी पता नहीं रहता है। जिससे मरीज अपनी शिकायत भी नहीं दर्ज करवा पाते हैं।
लखनीपुर से आए गोकुलचंद्र शुक्ल को परिवारजन पीठ पर लादे इधर-उधर दौड़ रहे थे। उन्हें कोई यह बताने वाला नहीं था कि इमरजेंसी कहां है। बलुहा मुहल्ला की रजिया खातून मरीज दिखाने आई थी, लेकिन यहां की अव्यवस्था देख वह खुद बीमार हो गईं। विशुनपुर खैरहनिया गांव निवासिनी मंजू को बुखार था। परिवारजन ने बताया कि यहां इलाज के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। कई मरीज ऐसे मिले जिन्हें स्ट्रेचर की जरूरत थी,लेकिन उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिल सका। तीमारदारों के कंधे का सहारा लेकर लगड़ाते हुए मरीजों को ले गए। सबलपुर की प्रियंका,खुटेहना के विनोद कुमार भी परेशान दिखे। इनका कहना था कि यहां कोई किसी का हाल नहीं पूछता है। परिवारजन व तीमारदारों को ही दौड़ना भागना पड़ता है। अस्पताल परिसर में वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। जिसने जहां चाहा वाहन खड़ा कर दिया जाता है। कुछ लोग तो अस्पताल में वाहन खड़ा कर देते हैं। इसके चलते गंभीर मरीजों को लाने व ले जाने वाले वाहनों को रास्ता खाली होने का इंतजार करना पड़ता है। इस गंभीर समस्या के निस्तारण की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। जिला संयुक्त अस्पताल में कई माह से मुख्य चिकित्साधीक्षक नहीं है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.एनके बाजेपई के पास सीएमएस का प्रभार था,लेकिन वह छुट्टी पर चले गए हैं। प्रभार किसके पास है, इसके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है। ऐसे में मरीज किसे अपना दर्द सुनाएं। इसका जवाब किसी के पास नहीं है। सीएमओ डॉ.घनश्याम सिह का कहना है की चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है। लापरवाही की शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डॉ.एनके बाजपेई से सीएमएस का प्रभार डॉ.एपी मिश्र को दिया गया है। वाहन पार्किंग की समस्या शीघ्र ही खत्म हो जाएगी।