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नहरों में नहीं कागजों में बह रहा है पानी

बलरामपुर : ¨सचाई विभाग की मनमानी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सिल्ट की सफा

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 10:29 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 10:29 PM (IST)
नहरों में नहीं कागजों में बह रहा है पानी
नहरों में नहीं कागजों में बह रहा है पानी

बलरामपुर : ¨सचाई विभाग की मनमानी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सिल्ट की सफाई न होने से नहरें सूखने की कगार पर हैं। करीब दस से अधिक नहरों में एक बूंद पानी नहीं है। नहरों की सफाई के नाम पर लाखों का वारा-न्यारा हो गया। बावजूद इसके पानी नहरों के बजाय कागजों में बह रहा है। अफसर धरातल पर उतरना मुनासिब नहीं समझते। ऐसे में किसान अपने खेतों की ¨सचाई के लिए निजी संसाधनों पर निर्भर हैं।

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चित्तौड़गढ़ बांध निर्माण खंड के अंतर्गत दस जलाशय आते हैं। इन जलाशयों से 65 नहरें निकाली गई हैं। इसमें चित्तौड़गढ़ जलाशय से 26, कोहरगड्डी से तीन, गिरगिटही जलाशय से छह, खैरमान जलाशय से पांच, बनघोघवा से पांच व मजगंवा, भगवानपुर, बघेलखंड, गनेशपुर व रामपुर जलाशय से चार-चार नहरें निकलीं हैं। चित्तौड़गढ़ जलाशय से निकली परसा पलईडीह से राजपुर बकौली माइनर झाड़ियों से पट गई है। माइनर में टेल तक पानी न पहुंचने से किसान खेतों की ¨सचाई नहीं कर पा रहे हैं। नहर जगह-जगह क्षतिग्रस्त है। बघेलखंड जलाशय से निकली विश्रामपुर माइनर सिल्ट सफाई न होने से पूरी तरह सूख चुकी है। यह नहर बनगाई, त्रिलोकपुर, शिवपुर, महादेव, नयानगर, चौहत्तरखुर्द, मचड़ी समेत कई गांवों से होकर गुजरती है। नहर सूखी होने से यहां के करीब पांच हजार किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। जंगल से सटे गिरगिटही जलाशय के हरैय्या माइनर से लबेदपुर, कमदा, देवनगर, पचपकड़ी, परसपुर, धर्मपुर, टेढ़ीप्राश गांव खैरमान जलाशय से निकली मुख्य नहर से शंकरनगर, रेहरा, भकता, श्रीनगर, भितवरिया कला गांवों के किसान ¨सचाई करते थे। नहरें क्षतिग्रस्त होने व सिल्ट जमा होने से टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। वहीं सरयू नहर के इटवा, विशंभरपुर, बूधीपुर, बनकटवा, देवरिया आदम व जिगनी माइनरों में एक बूंद पानी न होने से नहर मैदान नजर आ रहा है। ये नहरें पहले जिले के सरयू नहर खंड प्रथम के कार्यक्षेत्र में आती थीं जो अब गोंडा जनपद के कार्यक्षेत्र में हैं। इन नहरों के सूख जाने से विशंभरपुर, अचलपुर चौधरी, सोनौली, दतलूपुर, विशुनपुर, खहना, कुरथुवा खानपुर समेत कई गांवों के किसानों को ¨सचाई की सुविधा नहीं मिल पा रही है।जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र का कहना है कि ¨सचाई विभाग के अभियंताओं से वार्ता कर नहरों का संचालन करवाया जाएगा।


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