अस्पतालों में निर्बाध बिजली नहीं लापरवाही का करंट
बलरामपुर जिला मेमोरियल व महिला अस्पताल में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए अलग फीडर बनना था। 75
बलरामपुर : जिला मेमोरियल व महिला अस्पताल में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए अलग फीडर बनना था। 753.68 लाख रुपये से बनने वाले फीडर के लिए कार्यदायी संस्था पैक्सफेड को सितंबर में 376.89 लाख रुपये आवंटित होने के बाद भी अब तक कार्य शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में दोनों अस्पतालों में निर्बाध बिजली तो नहीं आई, लेकिन लापरवाही का करंट जरूर दौड़ रहा है। अक्सर अस्पतालों की बिजली चली जाती है। इससे मरीज अंधेरे में डूब जाते हैं। यही नहीं कभी कभार तो मरीजों के ऑपरेशन में भी बिजली गुल होना चिकित्सकों व मरीजों की परेशानी बढ़ा देती है।
दोनों अस्पतालों में आए दिन बिजली गुल हो जाती है। ऐसे में जनरेटर चलने तक मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है। जांच, ऑपरेशन समेत अन्य सेवाएं बाधित होने से मरीजों की परेशानियां बढ़ जाती हैं। कभी-कभी जनरेटर भी दगा दे जाता तो मुसीबत और बढ़ जाती है। हालांकि मेमोरियल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव व महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. विनीता राय का दावा है कि बिजली जाते ही तुरंत जनरेटर चलवाया जाता है।
गुणवत्ता जांच के बाद शुरू होगा कार्य :
बिजली लाइन बिछाई जाने के लिए राजस्थान के अलवर में तार बन रहा है। इसकी गुणवत्ता जांच करने के लिए विद्युत निदेशालय की टीम को वहां जाना है। बिजली विभाग की टीम यदि सामग्री चेक कर लेने के बाद फिर उसे सील पैक कराकर यहां भेजेगी जाएगी। पैक्सफेड के अधिशासी अभियंता संतोष कुमार ने बताया कि उम्मीद है कि शीघ्र ही अलवर पहुंचकर बिजली विभाग की टीम सामग्री जांच प्रक्रिया पूरा कर लेगी। सामग्री मिलते ही फीडर निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।