सूकर से फैल सकता है निपाह वायरस
बलरामपुर : निपाह वायरस (एनआइवी) एक खतरनाक बीमारी है। जो सूकर व चमगादड़ के जरिए फैल
बलरामपुर : निपाह वायरस (एनआइवी) एक खतरनाक बीमारी है। जो सूकर व चमगादड़ के जरिए फैलती है। उनके द्वारा खाए गए फल व अपशिष्ट पदार्थ के संपर्क में आने से निपाह वायरस व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है। इससे बचने के लिए सूकर से दूर रहे। साथ ही कटे हुए फल व सब्जियों का प्रयोग कदापि न करें। यह जानकारी सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह ने दी। कहाकि 1998 में मलेशिया के कांपंगु सुंगई निपाह गांव में इसके संक्रमण से लोग बीमार हुए थे। तभी से इस वायरस का नाम निपाह पड़ गया। कहाकि सूकर के आसपास रहने, उनका मांस खाने, चमगादड़ द्वारा खाए गए फल व पेय पदार्थ का प्रयोग एवं संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह बीमारी हो सकती है। इससे व्यक्ति में तेज बुखार, चक्कर आना, उल्टी, सांस लेने में तकलीफ, गले में अकड़न, सिर व मांसपेशियों में दर्द एवं रोशनी से डर लगना (फोटोफोबिया) जैसे लक्षण दिखते हैं। किसी भी सदस्य में यह लक्षण दिखने पर तत्काल उसे चिकित्सक के पास ले जाएं। विभाग को इसकी सूचना अवश्य दें। सीएमओ ने कहाकि इससे बचाव के लिए फल व सब्जियों को प्रयोग में लाने से पूर्व अच्छी तरह धोएं। भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें। सूकर व चमगादड़ व उनके मल-मूत्र के संक्रमण में आने से बचे। इन सावधानियों को ध्यान में रखकर बीमारी से बचा जा सकता है।