देवीपाटन गांव से है मंडल का नाम
बलरामपुर: देवीपाटन तुलसीपुर विकास खंड का गांव है। इस गांव की पहचान 51 सिद्ध शक्तिपीठों में
बलरामपुर: देवीपाटन तुलसीपुर विकास खंड का गांव है। इस गांव की पहचान 51 सिद्ध शक्तिपीठों में शुमार आदिशक्ति मां पाटेश्वरी देवी का मंदिर है। देवीपाटन के नाम से ही मंडल की पहचान है जो यहां के ग्रामीणों के साथ-साथ क्षेत्रवासियों के लिए गौरव की बात है। गांव परिक्षेत्र में बह रही सिरिया नदी पर प्रतिवर्ष समूचे क्षेत्र के लोग यही प्रतिमा विसर्जन करने आते हैं।
यह है खूबी
इस गांव में स्थित सुप्रसिद्ध देवीपाटन मंदिर होने से विशेष सुविधाएं ग्रामीणों को प्राप्त है। बिजली, सफाई व पेयजल की समुचित व्यवस्था है। यहां श्रद्धालुओं का आवागमन रहता है। प्रतिवर्ष यहां एक माह का मेला लगता है। देश-विदेश श्रद्धालु आते हैं, जिससे यहां के लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।
आधारभूत ढांचा
इस गांव की आबादी 7000 है। जिसमें 3400 मतदाता हैं। दो प्राथमिक विद्यालय व एक जूनियर हाईस्कूल भी है। यहां तीन आंगनबाड़ी केंद्र है। इस गांव में भवनियापुर व जुगुलीपुर भी शामिल है। गांव में कुल 86 इंडिया मार्का हैंडपंप लगे हैं, जिसमें 22 हैंडपंप मेला स्थल पर लगे हुए हैं। इसके अलावा पाइप लाइन से भी ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जा रहा है।
यह हो तो बने बात
देवीपाटन मंदिर को पर्यटन स्थल घोषित कर दिया जाय, तो सुविधाओं में और इजाफा होगा। इतने बड़े गांव में अपेक्षित सफाईकर्मी नहीं हैं, जिससे गांव में बेहतर सफाई नहीं हो पाती। यहां सड़क के किनारे रहने वालों को नगर के समकक्ष बिजली प्रदान की जाती है। जबकि गांव के अंदर रहने वालों को ग्रामीण बिजली से जोड़ा गया है। यदि पूरे गांव को इससे जोड़ दिया जाए तो पर्यटकों के लिए भी सुलभ होगा।
उपलब्धियां
इस गांव में भवनियापुर व देवीपाटन में पाइप लाइन से पानी की सप्लाई की जाने लगी है। जगह-जगह सार्वजनिक टोटियां भी लगाई गई है।पूरे गांव के अंदर सीसी मार्ग बना दिया गया है। जिससे लोगों को कीचड़ में चलने से निजात मिल सकी।
इन पर है नाज
गांव में कई लोग सरकारी नौकरी में हैं, लेकिन ग्रामीणों को तो नाज है एसएसबी सिपाही सोनू ¨सह एवं मोनू ¨सह महिला (भाई बहन) पर, जो सेना में जाकर अपने देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात हैं। गुलाब चंद्र भारती राजस्व निरीक्षक के पद पर रहकर गांव का मान बढ़ाया है।
-गांव का अपेक्षित विकास नहीं हो सका। गांव में अभी विकास कार्य होना बाकी है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कब्रिस्तान का जीर्णोद्धार कराया। वहां जाने के लिए मार्ग भी बनवाया।
-पूर्व प्रधान, अजय कुमार यादव
-गांव के विकास की रूपरेखा बनाई गई है। पात्रों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया है। जलनिकासी की व्यवस्था के लिए प्रयास किया जा रहा है। खराब हैंडपंपों के लिए मरम्मत कराने का काम भी लगातार किया जा रहा है।
-रामादेवी, ग्राम प्रधान
-गांव का बेहतर विकास करने के लिए वह प्रयासरत हैं। इस गांव में प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। गांव का सर्वांगीण विकास होना इस शक्तिपीठ के लिए भी महत्वपूर्ण है। समय-समय पर उनके द्वारा ग्रामीणों की मदद की जाती है।
-महंत मिथिलेश नाथ योगी, पीठाधीश्वर देवीपाटन मंदिर