दवा का अकाल, मेडिकल संचालक हो रहे मालामाल
बलरामपुर : मौसम बदलने के साथ ही बीमारियां फैलने लगी हैं। अस्पताल में वायरल बुखार, संक्रमण,
बलरामपुर : मौसम बदलने के साथ ही बीमारियां फैलने लगी हैं। अस्पताल में वायरल बुखार, संक्रमण, त्वचा रोग, सर्दी, जुकाम से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मरीज उपचार के लिए अस्पताल में घंटों लाइन लगाए रहते हैं। जिला मेमोरियल चिकित्सालय में जीवन रक्षक दवाओं का अभाव है। अस्पताल प्रशासन दूसरे चिकित्सालय व सीएमएसडी स्टोर से दवा उधार लेकर मरीजों को बांट रहा है। ऐसे में मरीज मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने का मजबूर हैं।
नगर के पूरबटोल निवासी राजीव मंगलवार को अस्पताल पहुंचा। जांच कर चिकित्सक ने उसे 740 रुपये की दवा लिख दी, लेकिन पैसा न होने के कारण वह दवा नहीं खरीद सका। सर्दी-जुकाम से बीमार लक्ष्मी, टाइफाइड से पीड़ित संतोष को भी बाहर की दवा लिखी गई। अस्पताल में प्रतिदिन 800 से अधिक ओपीडी होती है, लेकिन अधिकांश मरीजों को बाहर से दवा खरीदनी पड़ती है।
उधारी दवा से हो रहा उपचार
- जिला मेमोरियलय चिकित्सालय में दवाओं का टोटा है। इमरजेंसी वार्ड में भी लाइफ से¨वग ड्रग नहीं हैं। सूत्रों की मानें तो अधिकारी संयुक्त जिला चिकित्सालय, महिला अस्पताल व सीएमओ के सीएमएसडी स्टोर से दवा उधार लेकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
जन औषधि को भी नहीं मिली सप्लाई
मरीजों की सुविधा के लिए संयुक्त जिला चिकित्सालय में संचालित जन औषधिकेंद्र पर भी दवाओं का अभाव है। यहां महज गिनती की दवाएं उपलब्ध हैं। केंद्र संचालक दवाओं की कमी का कारण सप्लाई न मिलना बता रहे हैं। बाहर की दवा लिखना है मजबूरी
सीएमएस डॉ. एसएचआइ जैदी का कहना है कि डिमांड भेजने के चार माह बाद भी दवा की सप्लाई नहीं दी है। ऐसे में दवा न होने के कारण मरीजों को मजबूरन बाहर की दवा लिखी जा रही है।