प्रसूताओं को भूखा सुलाने वालों की उड़ी नींद
सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। जिसके बाद अब लापरवाह चिकित्साधीक्षकों की बेचैनी बढ़ गई है।
बलरामपुर :
जिले के अस्पतालों में प्रसूताओं को भूखे पेट सुलाने का मामला खुलते ही स्वास्थ्य महमकमे में खलबली मच गई है। आनन-फानन में ठेकेदारों को नोटिस देकर चिकित्सा अधीक्षक अपनी गर्दन बचाने में जुटे हैं। दैनिक जागरण में इस आशय की खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। जिसके बाद अब लापरवाह चिकित्साधीक्षकों की बेचैनी बढ़ गई है। जारी की नोटिस
-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीदत्तगंज के चिकित्साधीक्षक डॉ. सुजीत पांडेय ने ठेकेदार अमित शुक्ल को चेतावनी पत्र भेजा है। जिसमें कहा है कि जनपद स्तरीय अधिकारियों के निरीक्षण में पता चला है कि अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं को भोजन नहीं दिया गया। ऐसा क्यों हुआ, तीन दिवस के भीतर स्थिति स्पष्ट करें। अन्यथा टेंडर निरस्त कर दिया जाएगा। उधर पीएचसी रेहराबाजार के चिकित्साधीक्षक डॉ. मंशालाल ने भोजन देने वाली गोंडा की कार्यदाई संस्था शिवम इंटरप्राइजेज से स्पष्टीकरण तलब किया है। जिसमें जिला स्तर से आए अधिकारियों ने के निरीक्षण में प्रसूताओं को बिना भोजन दिए फर्जी रिपोर्ट देने की बात कही है। स्पष्ट जवाब न मिलने पर भुगतान रोकने की चेतावनी दी है।