गांव में दिखती अनुशासन की मिसाल, लॉकडाउन की मंशा साकार
भर गया है। खाने की कोई समस्या नहीं है। छोटा लड़का हैदराबाद में फंसा है। बस उसी की चिता सता रही है। बीच में बात काटते हुए सझिला देवी बोली खाय पीयय का कोई दिक्कत नहीं है। सरकार से राशन मिल रहा है। लॉकडाउन के नियम जीव-जगत को फायदा पहुंचा रहे हैं। मीना देवी कहती हैं कि मनरेगा में काम करते दिन आसानी से कट रहा है। निश्शुल्क राशन मिलने से कोई समस्या नहीं है। खेत में खड़े अशोक शुक्ल ने कहा कि हमारे लिए तो सब दिन एक बराबर हैं। ज्यादा समय खेतों में रहकर खर्चा और कम हुआ है। खेत में गोड़ाई कर रहे प्रधान प्रतिनिधि ध्रुव यादव बोले कि ग्रामीण लॉकडाउन व शारीरिक दूरी का पालन कर घर एवं खेती का काम कर रहे हैं। गांव में निगरानी समिति गठित की गई है। मनरेगा में 120 लोगों को काम मिला है। 20 स्वयं सहायता समूह में 150 महिलाएं मास्क बनाकर बांट रही हैं।
(बलरामपुर) :
विकास खंड श्रीदत्तगंज की ग्राम पंचायत गुमड़ी गोंडा बॉर्डर पर स्थित है। यह ब्लॉक स्तर पर सबसे बड़ा गांव है। लिहाजा महामारी से अपनों को बचाने में भी इसने बड़प्पन दिखाया है। सरकार के मंसूबों को साकार करने में बुजुर्गों व ग्राम प्रधान के नेतृत्व में ग्रामीणों ने खुद को पाबंदियों की लक्ष्मण रेखा में कैद कर रखा है। गांव का एक मजरा मिनी बाजार के रूप में है। यहां बैंक, पशु चिकित्सालय, उप स्वास्थ्य केंद्र सहित दैनिक जरूरत संबंधित सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। सुरक्षा को लेकर चौकन्ने ग्रामीणों की यहां प्रत्येक बाहरी व्यक्ति पर निगरानी रहती है। किसानी के अलावा बच्चों की देखभाल व स्कूल बंद होने से उनकी पढ़ाई पर ध्यान दिया जा रहा है। जीव-जगत के लिए फायदेमंद है लॉकडाउन :
- गांव के बगीचे में बैठी मुन्ना देवी बोली डेहरी में अनाज भर गया है। खाने की कोई समस्या नहीं है। छोटा लड़का हैदराबाद में फंसा है। बस उसी की चिता सता रही है। बीच में बात काटते हुए सझिला देवी बोली खाय पीयय का कोई दिक्कत नहीं है। सरकार से राशन मिल रहा है। मीना देवी कहती हैं कि मनरेगा में काम करते दिन आसानी से कट रहा है। निश्शुल्क राशन मिलने से कोई समस्या नहीं है। खेत में गोड़ाई कर रहे प्रधान प्रतिनिधि ध्रुव यादव बोले कि ग्रामीण लॉकडाउन व शारीरिक दूरी का पालन कर घर एवं खेती का काम कर रहे हैं। गांव में निगरानी समिति गठित की गई है। मनरेगा में 120 लोगों को काम मिला है। 20 स्वयं सहायता समूह में 150 महिलाएं मास्क बनाकर बांट रही हैं।