ट्रेन गुजरते ही थम जाती जिदगी, परेशान शहरवासी
ओवरब्रिज न होने से शहर में बढ़ा जाम का झाम झारखंडी व संतोषी माता मंदिर रेलवे क्रॉसिंग पर घंटों जूझते लोग
बलरामपुर : लॉकडाउन की लंबी अवधि के बाद बलरामपुर-गोरखपुर रेल प्रखंड पर एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। अभी डेमू व सवारी गाड़ियां बंद हैं, लेकिन ट्रेन गुजरने के समय शहरवासी कराह उठते हैं।
वजह, नगर में रेलवे उपरिगामी सेतु का अभाव है। ट्रेन आने के समय झारखंडी व संतोषी माता मंदिर रेलवे क्रॉसिंग के पास भारी जाम लग जाता है। बाइपास न होने से सभी बड़े-छोटे वाहनों का प्रवेश नगर के वीर विनय चौराहा से ही होता है।
वहीं, हाईकोर्ट का आदेश है कि यदि एंबुलेंस जाम में फंसती है तो इससे मरीज को होने वाले नुकसान को अपराध की श्रेणी में रखा जाए। बावजूद इसके पहले निकलने की होड़ में लोग एंबुलेंस को भी रास्ता देना मुनासिब नहीं समझते हैं। यातायात व्यवस्था के लिए तैनात पुलिस व होमगार्ड महज डंडा पीटकर रह जाते हैं। अतिक्रमण ने बढ़ाई परेशानी :
- टेढ़ीबाजार निवासी डॉ. तुलसी दुबे का कहना है कि नगर के चारों प्रमुख मार्गो पर फुटपाथ पर सजी दुकानों से समस्या बढ़ती जा रही है। अफसर कभी-कभार अभियान चलाने के नाम पर खानापूर्ति कर देते हैं। पहलवारा निवासी शशांक श्रीवास्तव का कना है कि बहराइच मार्ग पर वीर विनय चौराहा से पीपल तिराहा तक सड़क की दोनों तरफ फुटपाथ पर दुकानें सजी रहती हैं। इससे सड़क सकरी हो गई है। गौरव मिश्र व राहुल चौरसिया का कहना है कि झारखंडी रेलवे क्रॉसिग पर ट्रेन आने के समय वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। सड़क के बीच यातायात पुलिस का अस्थाई डिवाइडर भी रखा है। ट्रेन बंद होते ही फाटक के दोनों तरफ भारी जाम लग जाता है। ओवरब्रिज बनने के बाद ही समस्या से निजात मिल सकती है। लटका ओवरब्रिज का निर्माण :
- नेशनल हाईवे-730 ने झारखंडी रेलवे क्रॉसिग पर ओवरब्रिज निर्माण की कवायद शुरू की थी। इसके लिए ले-आउट भी बनकर तैयार हो गया था। यही नहीं, ओवरब्रिज के रास्ते में आने वाले मकानों व दुकानों को भी चिह्नित किया गया था। इसके बाद ओवरब्रिज की कवायद सुस्त हो गई।
ओवरब्रिज का प्रस्ताव लंबित :
- एडीएम अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि बहराइच से गोंडा मार्ग को जोड़ने वाले 8.44 किलोमीटर लंबी फुलवरिया बाइपास मार्ग के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के लिए 21 करोड़ 85 लाख से अधिक धनराशि की मंजूरी पूर्व में मिल चुकी है। सड़क सात मीटर चौड़ा करने के लिए करीब साढ़े पांच करोड़ की पहली किस्त भी अवमुक्त हो चुकी है। ओवरब्रिज का प्रस्ताव लंबित है।