गरीबों के राशन में कोटेदारों की ‘सेंध’
अमित श्रीवास्तव , बलरामपुर : सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कोटेदार सेंध लगा रहे है। कमजोरों को निश्शुल्क राशन देने के स्थान पर स्वयं डकार ले रहे हैं। कार्डधारकों को नियमानुसार राशन न देकर कालाबाजारी कर ले रहे हैं। शिकायतों की जांच में 15 कोटेदारों पर गरीबों का राशन हजम करने के आरोप सही मिले हैं। इस पर विभाग ने दुकानें निरस्त करते हुए मुकदमा लिखाया है। इसके बाद भी व्यवस्था सुधर नहीं रही है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्रों को माह में दो बार गेहूं, चावल, नमक, तेल (सोयाबीन) व चना दिया जाता है। अंत्योदय कार्डधारकों को एक किग्रा चीनी भी मिलता है। प्रत्येक माह राशन सीधे कोटेदारों के यहां विभाग पहुंचाता है। इसके बाद भी गरीबों को उनका निवाला समय से नहीं मिलता है। कोटेदार यह हेराफेरी ई-पाश मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद राशन देने की व्यवस्था को धता बताकर कर रहे हैं। अधिकारी कार्डधारकों की शिकायत पर जांच करते हैं तो मामला सामने आता है, लेकिन उनको पूरा राशन फिर भी नहीं मिलता है।
इन पर हुई कार्रवाई : गैसड़ी ब्लाक के अंबर नगर के उचित दर विक्रेता रामदुलारे के यहां जांच की गई तो 24 क्विंटल खाद्यान्न कम मिला। सदर ब्लाक के गंगापुरबांकी के महादेव पर स्टाक में हेराफेरी के आरोप है। हर्रैया के नंदनगर जुम्मनडीह के यहां 22 क्विंटल व चूल्हाभारी के खेमराज के यहां जांच में स्टाक कम मिला। गैसड़ी के मुतेहरा की कोटेदार बसंती पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा है। हर्रैया के बनकटवा के विक्रेता कोटेदार ने अपनी पत्नी आशा देवी व भाभी आरती के नाम राशन कार्ड बनवा कर लाभ ले रहे थे। इसी तरह रघवपुर, पिपरा याकूब, विश्रारामपुर,भैरवा, दुधरा, दारीचौरा, बंजरिया हुसैन, सिरिया, महादेवबांकी के उचित दर विक्रेताओं के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की गई है।
तीन पर कालाबाजारी का मुकदमा : वितरण में अनियमितता की शिकायत मिलने पर संबंधित कोटेदारों की जांच कराई गई। इसमें स्टाक कम मिलने व कार्डधारकों को राशन न मिलने के आरोप सही मिले। 15 विक्रेताओं के खिलाफ लाइसेंस निरस्त करते हुए पास की दुकानों से संबद्ध किया गया है। तीन के विरुद्ध कालाबाजारी का मुकदमा भी लिखाया गया है।
- कुंवर दिनेश प्रताप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी