मरीजों की परेशानी, शौचालय न पानी
किराए के भवन में संचालित अस्पताल को आज तक अपनी छत नसीब नहीं हो सकी है। चिकित्सालय में शौचालय बदहाल है। हैंडपंप न होने से मरीजों को पानी के लिए भाग दौड़ करनी पड़ती है।
बलरामपुर : मरीजों के नाम पर प्रतिवर्ष लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। बावजूद इसके मरीजों को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। पिपरी कोल्हई में स्थित राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय बुनियादी सुविधाओं से महरूम है। किराए के भवन में संचालित अस्पताल को आज तक अपनी छत नसीब नहीं हो सकी है। चिकित्सालय में शौचालय बदहाल है। हैंडपंप न होने से मरीजों को पानी के लिए भाग दौड़ करनी पड़ती है। विद्युतीकरण न होने से केंद्र में अंधेरा रहता है। चिकित्सालय में डॉ. शिवप्रताप वर्मा, फार्मासिस्ट अशोक कुमार दीक्षित, वार्डब्वाय राम सुभाग की तैनाती है। ग्रामीण राम सुमिरन, राहुल, सुरेश, अर¨वद कुमार ने बताया कि डॉक्टर साहब कभी कभार आते हैं। ऐसे में यहां आने वाले मरीजों का इलाज फार्मासिस्ट करता है। अस्पताल में मरीजों के बैठने की व्यवस्था नहीं है। चिकित्सालय के चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ। जिससे उठने वाली दुर्गंध से सांस लेना भी मुश्किल है। साथ ही संक्रामक बीमारियों के फैलने की भी आशंका बनी रहती है। यूनानी अधिकारी डॉ. दिग्विजय नाथ का कहना है कि नया भवन बनाकर तैयार हो गया है। शीघ्र ही अस्पताल नये भवन में संचालित होगा।