30 पायदान की लगाई छलांग, 28वें स्थान पर पहुंचा जिला
यूपी हेल्थ डैस बोर्ड की रैंकिगयूपी हेल्थ डैस बोर्ड की रैंकिगयूपी हेल्थ डैस बोर्ड की रैंकिगयूपी हेल्थ डैस बोर्ड की रैंकिगयूपी हेल्थ डैस बोर्ड की रैंकिगयूपी हेल्थ डैस बोर्ड की रैंकिग
बलरामपुर : अस्पताल में जच्चा-बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने में जिला तेजी से आगे बढ़ रहा है। गर्भवती की जांच, संस्थागत प्रसव व नियमित टीकाकरण में बेहतर कार्य करने से जिले ने यूपी हेल्थ डैश बोर्ड की ताजा रैंकिग में 30 पायदान की छलांग लगाई है। मार्च में जारी हुई सूची में जिला उप्र में 28 वां स्थान पर है। 13 बिदुओं पर हुए इस मूल्यांकन में एक साल पहले जिला प्रदेश में 58वें स्थान पर था। इस सूची में गोंडा 27वें पायदान के साथ देवीपाटन मंडल में सबसे आगे है। गर्भवती व नवजात की जान बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग कई कार्यक्रम चला रहा है। जिसमें गर्भवती की पहचान से लेकर ढाई साल तक बच्चों को सभी टीका लगाने, परिवार नियोजन के संसाधनों का प्रयोग व आशा से मिलने वाली सुविधाओं को प्रभावी बनाया जाता है। ब्लॉक व जिला स्तर पर तैनात एमसीटीएस ऑपरेटर पोर्टल पर इसकी रिपोर्टिंग करते हैं। इसी के आधार पर जिले की रैंकिग होती है। सीएमओ डॉ. घनश्याम सिंह का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इन बिदुओं पर हुआ मूल्यांकन :
- यूपी हेल्थ डैश बोर्ड की रैंकिग 13 बिदु गर्भवती की चार जांच (हीमोग्लोबिन सहित), संस्थागत प्रसव, सर्जरी, मृत्यु प्रसव अनुपात, जन्म से 48 घंटे में नवजात की जांच, संपूर्ण टीकाकरण, पेंटा व बीसीजी टीकाकरण का अनुपात, टीबी व एचआइवी मरीज की पहचान, परिवार नियोजन के स्थाई, अस्थाई संसाधनों का प्रयोग एवं आशा को मिला भुगतान शामिल है।
गोंडा सबसे आगे :
जनपद : रैंकिग अब - एक साल पहले
गोंडा : 27-64
श्रावस्ती : 35-74
बलरामपुर : 28-58
बहराइच : 45-48