नदी पार कराने के लिए बसाया गोड़वा गांव
बलरामपुर : गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि राजपरिवार के सैनिकों को नदी पार कराने के लिए
बलरामपुर : गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि राजपरिवार के सैनिकों को नदी पार कराने के लिए केवटों के लिए गोड़ियापुरवा गांव बसाया। वर्तमान समय में शेखापुर व गोड़ियापुरवा को ही गोड़वा के नाम से जाना जाने लगा।
आधार भूत ढांचा :
- ग्राम पंचायत में 47 सौ आबादी वाले गांव में 24 सौ मतदाता हैं। दो आंगनबाड़ी केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय प्राथमिक स्कूल, पूर्व माध्यमिक विद्यालय है। गांव में 267 शौचालय बन चुके हैं। चारों पुरवों में 100 हैंडपंप लगे है। गांव में बिजली है। इन पर है नाज :
- दीनबंधु शुक्ल सेना में नौकरी कर देश की सेवा कर गांव को पहचान दी। सुमन वर्मा, विजय कुमार, रेवतीरमण शुक्ल, चंद्रकांत तिवारी शिक्षक व हरिकांत तिवारी चिकित्सक बन गांव का मान बढ़ाया। यह है खूबी :
- कोड़री-मथुरा मार्ग पर गांव बसा है। प्रतिदिन आस-पास के नागरिक दैनिक वस्तुओं की खरीद फरोख्त शेखापुर चौराहे से करते हैं। ग्रामीण जरूरत की सामग्री यहीं से खरीदते हैं। नगदी फसल के रूप में किसान गन्ना व सब्जी की खेती करते हैं। यह हो तो बने बात :
-पानी टंकी के निर्माण व राजकीय नलकूप की स्थापना से ग्रामीणों को सुविधा होगी। बैंक की शाखा व एटीएम की व्यवस्था से आस-पास के लोगों को भी जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। गांव की गलियों में नाली निर्माण से जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी। - गांव में नाली व खडं़जा निर्माण कार्य कराया गया है। सीसी मार्ग निर्माण का कार्य व शेखापुर चौराहे पर इंटर कॉलेज विद्यालय, सहिबा नगर व हड़हा में बिजली का कार्य प्रस्तावित है। 267 शौचालय का निर्माण हुआ है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नौ पात्रों को दिया गया है।
- ओमकांत तिवारी, प्रधान प्रतिनिधि
गांव में अस्पताल व राजकीय नलकूप की स्थापना के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है। नाली का निर्माण न होने से लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है।
- दीनबंधु शुक्ल, ग्रामीण - शुद्ध पेयजल के लिए पानी टंकी का निर्माण कराया जाए। गांव में सीसी मार्ग निर्माण से आवागमन में सुविधा होगी। रोजगारपरक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना से युवाओं को लाभ मिलेगा।
- राजन, छात्र - गांव में बालिकाओं के लिए उच्चशिक्षण संस्थान की स्थापना से शिक्षा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। गांव में नियमित सफाई की व्यवस्था की आवश्यकता है।
- गुड़िया आचार्या, छात्रा