बंद कमरे में लगी आग, दो जलकर राख
मरने से पहले राकेश ने पंच प्रधान पर लगाया जिदा जलाने का आरोप
बलरामपुर : कोतवाली देहात क्षेत्र के कलवारी गांव में शुक्रवार रात दिल दहलाने वाला मामला सामने आया हैं। यहां के निवासी राकेश सिंह निर्भीक के आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इसमें राकेश व उसके साथी विश्व हिदू महासंघ के नगर उपाध्यक्ष पिटू साहू की मौत हो गई। आग इतनी भीषण थी कि मकान की एक दीवार गिर गई है। बेड व अन्य सामान जल गया। छत में लगा पंखा भी मुड़ गया है।
गंभीर रूप से जले राकेश सिंह निर्भीक को आनन-फानन में संयुक्त जिला चिकित्सालय ले जाया गया। यहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके साथी नगर कोतवाली के विशुनीपुर मुहल्ला निवासी पिटू साहू का शव घटनास्थल पर ही जला हुआ मिला। बेड रूम की बाहरी दीवाल पूरी गिर गई है। देखने से लगता है कि कमरे के अंदर तेज विस्फोट हुआ है और उसी धमाके में दीवार ढह गई। गांव से करीब 600 मीटर दूर स्थित फायर स्टेशन पर किसी ने मकान में आग लगने की सूचना दी। वहां से पुलिस को जानकारी दी। दमकल कर्मियों ने पहुंचकर आग बुझाई। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल का जायजा लिया है। शनिवार सुबह डीएम कृष्णा करुणेश व एसपी देवरंजन वर्मा ने घटना स्थल पहुंचकर जानकारी ली। एसपी ने बताया कि राकेश सिंह निर्भीक के मकान में देर रात अज्ञात कारणों से आग लग गई थी। इसमें राकेश व उसके साथी पिटू साहू की मौत हो गई। तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दूसरी तरफ मृतक के पिता मुन्ना सिंह ने हमलावरों पर बम से हमला कर बेटे व उसके साथी को मारडालने का आरोप लगाया है। राकेश मीडिया (दैनिक जागरण नहीं) से जुड़ा था।
दादा मुझे बचा लो वरना मर जाऊंगा : - मौत से पहले राकेश सिंह निर्भीक ने अस्पताल में दिए बयान पंच प्रधान के ऊपर जलाने का आरोप लगाते हुए दादा बचा लो। वायरल वीडियो में उसने कहा है कि 'मैं खबर लिख रहा था..तभी पंच प्रधान ने मिलकर आग लगा दी..बचा लो वरना मर जाऊंगा अभी मुझे बचालो..यहां की पुलिस अपराधियों से मिली हुई है'।
ताला घर का नहीं :
- राकेश सिंह निर्भीक के मकान में आग लगने की घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। जिस कमरे में राकेश अपने साथी पिटू साहू के साथ था। उस कमरे के दरवाजे पर बाहर से ताला लगा था। मृतक की पत्नी विभा सिंह निर्भीक ने रोते हुए बताया कि दरवाजे पर बंद ताला उसके घर का नहीं है। पुलिस को मोबाइल फोन भी कमरे के बाहर बरामदे में रखा मिला है।
पिता ने लगाया बम से हमला करने का आरोप : - मृतक राकेश सिंह निर्भीक के पिता मुन्ना सिंह ने कोतवाली देहात पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि वह मूल रूप से थाना ललिया के लौकहवा के रहने वाले हैं। उनका दूसरा मकान कोतवाली देहात क्षेत्र के कलवारी गांव में है। इसी मकान में बेटा राकेश अपने परिवार के साथ रहता था। शुक्रवार देर रात चार-पांच हमलावर पीछे की दीवार कूद कर घर में घुस आए। सभी हमलावर अपना चेहरा गमछा से ढके थे जो अपने साथ खतरनाक विस्फोटक पदार्थ लिए थे, जिससे हमला कर दिया। बेड पर सोया उसका साथी पिटू साहू पुत्र बुंदे साहू की मौके पर ही मौत हो गई। बेटा उस समय तक होश में था। जिसे पुलिस संयुक्त जिला चिकित्सालय ले गई। वहां से चिकित्सक ने गंभीर हालत में लखनऊ रेफर कर दिया। जहां उसकी मौत हो गई।