16 समितियों पर ताले, खाद-बीज के लाले
जिले के किसानों को सस्ते दर पर खाद व बीज उपलब्ध कराने का दावा पूरी तरह हवाई साबित हो रहा है। जिले में 62 साधन सहकारी समितियां हैं। जिनमें से 16 समितियों पर ताला लटक रहा है। वजह, नौ समितियों का लाइसेंस समाप्त हो चुका है। इनमें तीन पर वित्तीय अनियमितता का मुकदमा भी दर्ज है। सात अन्य समितियां भी गोलमाल के चलते बंद है। विभाग अनियमितता के आरोपित सचिवों से रिकवरी करा पा रहा है और न ही समितियों का नवीनीकरण हो सका है। ऐसे में समितियों का संचालन न होने से किसानों को खाद-बीज के लिए कालाबाजारी का शिकार होना पड़ रहा है।
बलरामपुर : जिले के किसानों को सस्ते दर पर खाद व बीज उपलब्ध कराने का दावा पूरी तरह हवाई साबित हो रहा है। जिले में 62 साधन सहकारी समितियां हैं। जिनमें से 16 समितियों पर ताला लटक रहा है। वजह, नौ समितियों का लाइसेंस समाप्त हो चुका है। इनमें तीन पर वित्तीय अनियमितता का मुकदमा भी दर्ज है। सात अन्य समितियां भी गोलमाल के चलते बंद है। विभाग अनियमितता के आरोपित सचिवों से रिकवरी करा पा रहा है और न ही समितियों का नवीनीकरण हो सका है। ऐसे में समितियों का संचालन न होने से किसानों को खाद-बीज के लिए कालाबाजारी का शिकार होना पड़ रहा है।
नौ समितियों का नहीं हुआ नवीनीकरण
जिले में नौ साधन सहकारी समितियों का लाइसेंस समाप्त हो चुका है। नवीनीकरण न होने से इन समितियों का संचालन करीब दो साल से बंद है। हरैया सतघरवा ब्लॉक स्थित साधन सहकारी समिति गुगौली, कमदी खुर्द, ललिया, गैंसड़ी में जमुनी खुर्द, उतरौला में भैरपुर, तुलसीपुर में बेलीखुर्द, रेहराबाजार में मनुवागढ़, श्रीदत्तगंज में मुजेहनी व बिथरिया परसपुर का लाइसेंस समाप्त हो चुका है। इनमें गुगौली, कमदीखुर्द व भैरमपुर समिति के सचिव पर बकायेदारी होने से मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। इनके अलावा शिवपुरा व बैरिया सुर्जनपुर समितियों पर भी एफआइआर होने से ताला बंद है। इन समितियों से 13,68,000 रुपये की वसूली होनी है। इन पर दर्ज होगा मुकदमा
साधन सहकारी समिति अलाउद्दीनपुर, सलेमपुर, मनुवागढ़ व नयानगर पर 14 लाख 85 हजार रुपये की बकायेदारी होने से ताला बंद है। इन समितियों के सचिव पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी हो चुकी है। जिम्मेदार के बोल
जिला सहायक निबंधक सहकारी समितियों के सहायक आयुक्त सुनील कुमार गुप्त ने बताया कि जिन समितियों ने धनराशि जमा नहीं की है, उनके खिलाफ जल्द ही मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। रिकवरी कराकर समितियों का ताला खुलवाया जाएगा।