आंवला अमृत समान
बलरामपुर : पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने व प्रकृति प्रेम की परंपरा को पुनर्जीवित करने
बलरामपुर : पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने व प्रकृति प्रेम की परंपरा को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से गायत्री परिवार ने आंवला वृक्ष सहभोज का आयोजन किया। ब्लॉक संयोजक राधे गो¨वद गुप्त ने कहाकि आंवला का वृक्ष बहुत उपयोगी है। इस वृक्ष के नीचे तुला राशि में श्रद्धापूर्वक भोजन बनाकर आपसी सहयोग के साथ भोजन करने से शरीर के रोगों का शमन होता है। युवा प्रकोष्ठ के संदीप जायसवाल ने कहाकि आंवले के फल को अमृत के समान माना गया है। आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन करने से पापों का नाश होता है। अजय सैनी ने कहाकि परिवार के सदस्यों के साथ श्रद्धापूर्वक भोजन बनाकर सहभोज से समाज में प्रेम व भाईचारे को बढ़ावा मिलता है। विजय गुप्त, पन्नालाल जायसवाल, राम नरायन गुप्त, चिनकू, राधेश्याम, माता प्रसाद, ¨प्रस वर्मा, सूर्यलाल गुप्त मौजूद रहे।