मीटर लगाकर संस्था फरार, बिजली का इंतजार
श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म श्वद्यद्गष्ह्लह्मद्बष् द्वद्गह्लद्गह्म
बलरामपुर : सौभाग्य योजना के तहत चयनित गांव अमवा व अमवापुरवा में विद्युत मीटर तो लगा दिए गए, लेकिन ग्रामीणों को बल्ब की रोशनी नसीब नहीं हो सकी। कार्यदायी संस्था की मनमानी से आधे गांव में तो बिजली है, लेकिन आधे में अंधेरा छाया हुआ है। ओमप्रकाश शुक्ल, छोटेलाल, संदीप शुक्ल ने बताया कि छह माह पूर्व कार्यदायी संस्थान ने गांव में बिजली के मीटर तो लगवा दिए, लेकिन विद्युतीकरण का कार्य पूरा नहीं हुआ। विभागीय अधिकारियों की शिथिलता के चलते लोगों के घर आज तक रोशन नहीं हो सके हैं। पिटू, मनोज, सहजराम, राजेश कुमार मिश्र, रिजवान, अवधेश, राम सिंह ने बताया कि आधे गांव में कई साल से बल्ब टिमटिमा रहे हैं। जबकि आधे गांव में अंधेरा छाया रहता है। मीटर लगने पर बल्ब की रोशनी की उम्मीद जगी थी, लेकिन उम्मीदों पर पानी फिर गया। अधिशासी अभियंता सुनील कुमार का कहना है कि जल्द ही ग्रामीणों को कनेक्शन दिलाया जाएगा।