पंचायत चुनाव : दिव्यांग दावेदारों ने बढ़ाए कदम, चुनावी समर में दिखाएंगे दम
दोनों पैरों से दिव्यांग मुशाहिद ने संजोया प्रधानी का ख्वाब बीडीसी में किस्मत आजमाएगा विष्णु अि
दोनों पैरों से दिव्यांग मुशाहिद ने संजोया प्रधानी का ख्वाब, बीडीसी में किस्मत आजमाएगा विष्णु
अमित श्रीवास्तव, बलरामपुर :
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपना भाग्य आजमाने के लिए संभावित प्रत्याशी हर जुगत करने में भिड़े हैं। प्रधान पद के लिए युवाओं व महिलाओं में भी इस बार नेतृत्व करने का ज्यादा उत्साह है। इन सबके बीच दिव्यांग भी गांव के विकास को रफ्तार देने का दम भर रहे हैं। अपने जज्बे व हौसले के दम पर दिव्यांग प्रत्याशी भी चुनावी जंग लड़ने को तैयार हैं। आधी आबादी भी किसी रिश्तेदार व संबंधी का सहारा न लेकर खुद के बल पर मैदान में आने के लिए नामांकन पत्र खरीद रहीं हैं।
जोश से लबरेज है दिव्यांग मुशाहिद :
-गैंसड़ी विकास खंड के बढ़ईपुरवा गांव निवासी दिव्यांग मुशाहिद रजा दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। चलने-फिरने में लाचार होने के बाद भी गांव में विकास की गंगा बहाने का जज्बा किसी से कम नहीं है। मुशाहिद ने प्रधानी का चुनाव लड़ने के लिए जब नामांकन पत्र खरीदा, तो वहां मौजूद सबकी निगाहें उस पर टिक गईं। मुशाहिद ने बताया कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से गांव के लोग आच्छादित नहीं हो पा रहे हैं। गांव के गरीबों को उनका अधिकार दिलाने के लिए वह मैदान में आ रहा है। चुनाव लड़ने का अधिकार सभी को है, इसलिए भाग्य आजमाने की कोशिश कर रहे हैं। सुदर्शन चलाने को तैयार हैं विष्णु :
-कैलाशगढ़ क्षेत्र के बलुवाबलुई गांव निवासी विष्णु प्रसाद भले ही एक पैर से दिव्यांग है, लेकिन सरकारी योजनाओं की अच्छी जानकारी रखता है। इस बार वह क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव में किस्मत आजमाने को समर में कूद रहा है। विष्णु का कहना है कि भारतीय संविधान में सभी को मौलिक अधिकार दिए गए हैं। इसलिए इस बार वह भी चुनाव जीतने के लिए अपना सुदर्शन चक्र चलाने को बेताब है। अब क्षेत्र की जनता व भाग्य का कितना साथ मिलता है, यह तो वक्त बताएगा।