क्रय केंद्रों पर सन्नाटा, किसानों को लग रहा घाटा
बलरामपुर :धान खरीद शुरू होने के 12 दिन बाद भी अब तक जिले के किसी भी क्रय केंद्र पर बोहनी
बलरामपुर :धान खरीद शुरू होने के 12 दिन बाद भी अब तक जिले के किसी भी क्रय केंद्र पर बोहनी तक नहीं हुई है। किसान अपना धान 1200 से 1300 रुपये प्रति ¨क्वटल में बेचने को मजबूर हैं। अब तक 1228 किसान पंजीकरण करवा चुके हैं। 15 क्रय केंद्रों पर 10,700 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य है। छह मिलर्स पंजीकृत हैं। कर्मियों की हड़ताल से धान खरीद पूरी तरह ठप है। क्रय केंद्रों पर असुविधाओं का बोलबाला है। किसानों के बैठने व पशुओं के चारे की व्यवस्था तक नहीं की गई है। गत वर्ष 24 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष सात सौ किसानों का पंजीकरण था। ²श्य एक : नवीन सब्जी एवं गल्ला मंडी समिति भगवतीगंज में धान क्रय केंद्र पर धान खरीद की जानकारी करने आए किसान रमेश द्विवेदी, अमन ¨सह, राम गोपाल व सुरेश ने बताया कि पंजीकरण हो चुका है, लेकिन धान नहीं बेच पा रहे हैं। वह लोग रोजाना क्रय केंद्र का चक्कर काट रहे हैं। बैठने के लिए कुर्सी, तख्त तक नहीं है। पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
²श्य दो : पचपेड़वा में खाद्य विभाग के धान क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा मिला। किसानों के बैठने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। बगल में मंडी समिति के व्यापारी जगदंबा प्रसाद, सीताराम व अशोक कसौंधन ने बताया धान गीला होने के कारण एक ¨क्वटल में आठ से दस किलोग्राम वजन कम हो जाता है। ²श्य तीन : गैंसड़ी क्षेत्र के नचौरा व सोनगढ़ा लैंपस को धान क्रय केंद्र बनाया गया है। इन केंद्रों पर अब तक बैनर, तौल मशीन व आर्द्रता मापी यंत्र नहीं लगा है। किसान मेलाराम मौर्य, संतराम कश्यप, छट्ठीराम ने बताया कि किसान अपनी उपज 1000 से 1200 रुपये प्रति ¨क्वटल बेचने को मजबूर हैं। केंद्र प्रभारी सचिव श्रीप्रकाश ¨सह ने बताया कि बोरा व खरीदारी के लिए पैसा नहीं मिला है। ²श्य चार : हरैया सतघरवा क्षेत्र में पीसीएफ ने साधन सहकारी समिति अमवा, शिवपुरा व क्रय विक्रय समिति भगवतीगंज ने ललिया में क्रय केंद्र बनाया है। बोरा व पैसे के अभाव में खरीद बाधित है। तुलसीपुर क्षेत्र के धान क्रय केंद्र बेली, नचौरा व उतरौला नगर में हड़ताल के चलते खरीद बंद है। जिम्मेदार के बोल :-अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि शीघ्र ही समस्या का समाधान कर धान खरीद में तेजी लाई जाएगी।