इस बार सब पर हावी है राष्ट्रवाद का मुद्दा
जासं बलरामपुर वक्त सुबह नौ बजे। बौद्ध परिपथ से ज्योनार को जाने वाले मार्ग पर स्थित एक दुकान पर कुछ लोग बैठे चुनावी चर्चा में मशगूल थे। दो दिन बारिश से गेहूं की मड़ाई का कार्य प्रभावित होने का हवाला देते हुए कृष्ण कुमार कहते हैं कि बेसहारा जानवरों ने फसलों को बर्बाद कर दिया है। किसान रात जागकर खेतों की रखवाली कर रहे हैं।
बलरामपुर : वक्त सुबह नौ बजे। बौद्ध परिपथ से ज्योनार को जाने वाले मार्ग पर स्थित एक दुकान पर कुछ लोग बैठे चुनावी चर्चा में मशगूल थे। दो दिन बारिश से गेहूं की मड़ाई का कार्य प्रभावित होने का हवाला देते हुए कृष्ण कुमार कहते हैं कि बेसहारा जानवरों ने फसलों को बर्बाद कर दिया है। किसान रात जागकर खेतों की रखवाली कर रहे हैं। जनता उसी के हिसाब से मतदान करेगी। इंसान अली कहते हैं कि पांच साल में आम जन की सुविधा के लिए कोई काम नहीं हुआ है। गिनती के कुछ लोगों को लाभ देकर उसका सिर्फ प्रचार किया जा रहा है। जनता सब जानती है। किसी के बहकावे में नहीं आएगी। बीच में बात को काटते हुए तुलसीराम कहते हैं कि इस बार राष्ट्रवाद का मुद्दा सब पर हावी है। पहले देश है, उसके बाद राजनीति। पांच साल के विकास को आधार बनाकर मतदान करने का मन जनता ने बना लिया है। चाय का गिलास उठाते हुए राम नरेश विश्वकर्मा कहते हैं कि बेसहारा जानवर से किसान परेशान हैं, लेकिन पीएम सम्मान धनराशि ने उनका दर्द कुछ कम किया है। रामतीरथ यादव आवाज तेज करते हुए कहते हैं कि बेरोजगारी तो दूर नहीं हुई है। किसी दल ने इसके लिए प्रयास नहीं किया है। सिर्फ वादा किया जा रहा है कि कमजोर परिवार की सूरत बदलने के लिए 72 हजार रुपये दिया जाएगा। ननकऊ यादव कहते हैं कि बिजली, शौचालय व पीएम आवास का लाभ पाने वाले आज खुशहाल हैं। किसके पक्ष में मतदान करना है, उसे जनता ने तय कर लिया है। बीच में बैठे छेदीराम कहते हैं कि किसानों की समस्याओं को लेकर कोई गंभीर नहीं है। चुनाव में वादों की झड़ी लगाने वालों की भीड़ है। जनता भीड़ में से अपने रहनुमा को ही चुनेगी। इशारा करते हुए ननकऊ कहते हैं कि यह चुनाव प्रधानमंत्री तय करने के लिए है। इसलिए आपसी समस्याओं को भुलाकर देश की सुरक्षा के लिए 12 मई को मतदान करने को बूथ पर जाएंगे।